बुमराह की चोट फिर बनी बड़ी परेशानी
भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की पीठ की चोट ने एक बार फिर खतरे की घंटी बजा दी है। वह जनवरी से क्रिकेट से बाहर हैं और अब आईपीएल में भी उनकी वापसी तय नहीं मानी जा रही। बुमराह फिलहाल बेंगलुरु में बीसीसीआई के एक्सीलेंस सेंटर में रिहैब कर रहे हैं।
उनकी इस चोट को लेकर अब क्रिकेट जगत के दिग्गज भी चिंता जता रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि यह वही पुरानी जगह की चोट है, जहां से उनकी परेशानी शुरू हुई थी।
शेन बॉन्ड ने दी करियर खत्म होने की चेतावनी
न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज शेन बॉन्ड, जो खुद भी अपने समय में पीठ की गंभीर चोट से जूझ चुके हैं, उन्होंने बुमराह की स्थिति को लेकर बड़ा बयान दिया है। बॉन्ड ने कहा, “अगर बुमराह को दोबारा उसी जगह पर चोट लगी, तो यह उनके करियर का आखिरी दिन हो सकता है। ऐसी चोट बार-बार सही नहीं होती।”
शेन बॉन्ड ने खुद 29 साल की उम्र में पीठ की सर्जरी करवाई थी और इसके बाद कुछ साल ही क्रिकेट खेल पाए। बॉन्ड का कहना है कि बुमराह को आगे संभलकर मैदान पर उतारना होगा।
लगातार तीन टेस्ट खेलने पर मनाही
शेन बॉन्ड ने खास तौर पर इंग्लैंड दौरे की बात करते हुए भारतीय टीम प्रबंधन को चेताया है। उन्होंने कहा, “इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैच होने हैं। ऐसे में बुमराह को लगातार तीन टेस्ट तो छोड़िए, दो टेस्ट से ज्यादा भी नहीं खिलाना चाहिए। वह भारत के सबसे कीमती गेंदबाज हैं। उनके बिना भारत की गेंदबाजी अधूरी हो जाएगी।”
आईपीएल से टेस्ट मैचों तक का खतरा
बॉन्ड ने कहा कि आईपीएल के तुरंत बाद बुमराह को टेस्ट खेलने भेजना बहुत बड़ा जोखिम होगा। बॉन्ड बोले, “आईपीएल से सीधे टेस्ट में जाना मतलब बुमराह की पीठ पर दोबारा वही चोट बुलाना। अगर ऐसा हुआ, तो हो सकता है वे फिर कभी वापसी न कर सकें। इसलिए उन पर काम का बोझ बहुत सोच-समझकर डालना होगा।”
ऑस्ट्रेलिया सीरीज में झेला वर्कलोड
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज में बुमराह ने 151 ओवर डाले थे। मेलबर्न टेस्ट में ही उन्होंने 52 ओवर की लंबी गेंदबाजी की। उसके बाद सिडनी टेस्ट के दौरान उनकी पीठ में दोबारा दर्द हुआ और स्कैन के लिए मैदान छोड़ना पड़ा। यही वजह रही कि वे चैंपियंस ट्रॉफी से भी बाहर हो गए।
बीसीसीआई के सामने बड़ी जिम्मेदारी
अब बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट की जिम्मेदारी है कि बुमराह की फिटनेस का पूरा ध्यान रखें। इंग्लैंड का दौरा 28 जून से 3 अगस्त तक चलेगा, जिसमें पांच टेस्ट खेले जाएंगे। इस लंबे दौरे के दौरान बुमराह की फिटनेस और खेल का सही संतुलन बनाना जरूरी होगा।
गौतम गंभीर, जो अभी टीम के कोच हैं, उन्हें भी बुमराह को लेकर सही योजना बनानी होगी। बॉन्ड ने कहा, “अगर बुमराह इंग्लैंड दौरा सही सलामत निकाल गए, तो बाकी टूर्नामेंटों के लिए वे तैयार रहेंगे। लेकिन अगर चोट फिर उभर आई, तो अगला वर्ल्ड कप भी खतरे में पड़ सकता है।”
भारत के लिए बुमराह क्यों जरूरी
जसप्रीत बुमराह भारत की गेंदबाजी की सबसे बड़ी ताकत हैं। नए और पुराने गेंद से विकेट निकालने में उनका कोई जवाब नहीं। अगर वह नहीं होंगे, तो भारत की गेंदबाजी कमजोर पड़ सकती है। इसलिए बुमराह को जल्दी खिलाने की बजाय सही समय पर उतारना ज्यादा जरूरी है।
निष्कर्ष: सही समय और देखभाल ही रास्ता
टीम इंडिया को अगर बुमराह की सेवाएं लंबे समय तक चाहिए, तो उनकी फिटनेस पर खास ध्यान देना होगा। लगातार खेलने का दबाव डालने की बजाय, सोच-समझकर चयन और आराम देना जरूरी है। तभी बुमराह मैदान पर अपने जलवे दिखा पाएंगे और भारत के लिए मैच जिताने वाली गेंदबाजी कर सकेंगे।