एयर यात्री से अब तक की सबसे बड़ी सोने की जब्ती में से एक
नाटकीय घटनाक्रम में, राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने हाल के दिनों में सबसे बड़ी सोना तस्करी की घटनाओं में से एक को उजागर किया है, जिसमें 17.3 करोड़ रुपये मूल्य का सोना और नकदी जब्त की गई है। कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव, जो कि कर्नाटक डीजीपी (पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन) के रामचंद्र राव की बेटी हैं, को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (KIA) पर 14.2 किलोग्राम सोने की छड़ों के साथ गिरफ्तार किया गया, जिसे उनके शरीर से बांधकर छिपाया गया था।
मुख्य लाइन –
- रान्या राव की बार-बार दुबई यात्राओं पर खुफिया इनपुट के बाद अधिकारियों ने की कार्रवाई।
- कपड़ों में छुपाया गया था सोना, बेंगलुरु एयरपोर्ट पर हुई गिरफ्तारी।
- रान्या का दावा – ब्लैकमेल कर तस्करी के लिए किया गया मजबूर।
हवाई अड्डे पर रोकी गई रान्या राव
सोमवार रात, खुफिया इनपुट्स के आधार पर, DRI अधिकारियों ने रान्या राव को अंतरराष्ट्रीय उड़ान से उतरते ही हिरासत में ले लिया। जांच के दौरान, उनके कपड़ों के नीचे छिपाकर पहने गए एक बेल्ट में सोने की छड़ें पाई गईं। सूत्रों के मुताबिक, वह इस साल 10 से अधिक बार खाड़ी देशों की यात्रा कर चुकी थीं, जिससे उन पर अधिकारियों की नजर बनी हुई थी।
लक्ज़री अपार्टमेंट पर छापेमारी में बड़ा खुलासा
उनकी गिरफ्तारी के बाद, जांचकर्ताओं ने बेंगलुरु के पॉश इलाके लवेल रोड स्थित उनके अपार्टमेंट पर छापा मारा। इस तलाशी अभियान के दौरान, 2.1 करोड़ रुपये मूल्य के डिजाइनर सोने के आभूषण और 2.7 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए। हवाई अड्डे पर पकड़ी गई सोने की छड़ों और अपार्टमेंट से मिली नकदी और गहनों की कुल बरामदगी इस मामले को तस्करी विरोधी अभियानों की एक बड़ी सफलता बनाती है।
न्यायिक हिरासत और जांच जारी
मंगलवार को रान्या को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अधिकारी अब उनके यात्रा रिकॉर्ड, संपर्कों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच कर रहे हैं ताकि इस तस्करी नेटवर्क के पीछे के असली मास्टरमाइंड तक पहुंचा जा सके। प्रारंभिक जांच से संकेत मिले हैं कि जब्त किए गए आभूषण बेंगलुरु के केंद्रीय व्यापारिक क्षेत्र के एक प्रसिद्ध ज्वेलरी बुटीक से खरीदे गए थे।
राजनीतिक संबंधों की जांच शुरू
प्रारंभिक जांच से यह भी संकेत मिले हैं कि जब्त किए गए गहने कथित तौर पर एक प्रभावशाली राजनीतिक हस्ती के लिए खरीदे गए थे। इस खुलासे के बाद, अधिकारी अब लेन-देन के वित्तीय स्रोतों का बारीकी से विश्लेषण कर रहे हैं, जिससे तस्करों और राजनीतिक वर्ग के बीच संभावित गठजोड़ का खुलासा हो सकता है।
राजनीतिक विवाद और गहन जांच की मांग
इस मामले ने कर्नाटक की राजनीति में भूचाल ला दिया है। कई कांग्रेस विधायकों ने इस पूरे प्रकरण की गहरी जांच की मांग की है। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने राज्य पुलिस से इस तस्करी ऑपरेशन की पूरी जानकारी मांग ली है, जिससे इस मामले के अन्य पहलुओं की भी जांच हो सके।
सोने की तस्करी की बढ़ती समस्या
यह हाई-प्रोफाइल मामला भारत में हवाई मार्गों के जरिए बढ़ती सोना तस्करी की घटनाओं को उजागर करता है। तस्कर अक्सर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों का उपयोग करते हैं और सोने को छिपाने के लिए विशेष बेल्ट, जूते या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का सहारा लेते हैं। इस बढ़ती समस्या के चलते अधिकारी अब एयरपोर्ट सुरक्षा और कड़ी कर रहे हैं ताकि ऐसे संगठित तस्करी गिरोहों पर नकेल कसी जा सके।
जांचकर्ताओं के लिए अगला कदम
जैसे-जैसे यह जांच आगे बढ़ रही है, DRI स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर पूरे तस्करी नेटवर्क की परतें खोलने में जुटा है। अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या रान्या राव अकेले काम कर रही थीं या फिर किसी बड़े संगठित तस्करी गिरोह का हिस्सा थीं, जिसका जाल राज्य के व्यापार और राजनीतिक तंत्र में फैला हुआ है।
इस मामले के और गहराने की संभावनाएं हैं, और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां या जब्तियां हो सकती हैं। कर्नाटक की कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर इस समय भारी दबाव है कि वे इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और गहन जांच करें। यह मामला अब सिर्फ एक एयरपोर्ट पर हुई जब्ती तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें राजनीतिक और आपराधिक गठजोड़ के बड़े खुलासे की संभावनाएं नजर आ रही हैं।