Thursday, March 6, 2025
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क्या है वनतारा पुनर्वास केंद्र जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन

अनंत अंबानी, अंबानी परिवार के सदस्य हैं तो व्यापार तो उनके खून में ही है

पर उनका झुकाव पशु पक्षियों की तरफ अशभी है। वह एक दयालु प्रकृति के इंसान हैं और अभी हाल ही में उन्होंने एक वन्य जीव बचाव पुनर्वास केंद्र भी बनवाया है जो कि गुजरात के जामनगर में स्थित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 4 मार्च को इस पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किया और अनंत अंबानी की प्रशंसा करते हुए एक्स पर एक पोस्ट शेयर की आईए जानते हैं इस विषय में आगे

क्या है वनतारा पुनर्वास केंद्र

वनतारा रेस्क्यू सेंटर जामनगर रिफायनरी कंपलेक्स के भीतर 3000 एकड़ में फैला है। इस रेस्क्यू सेंटर को बनाने का उद्देश्य घायल, लुप्त प्राय जानवरों और दुर्घटना के शिकार जानवरों के लिए एक शरणागत स्थल बनाना है। यह एक पहली पहल है जिसे अनंत अंबानी ने सोचा है। इस परियोजना को कॉर्पोरेट श्रेणी में पशु कल्याण के लिए भारत का सर्वोच्च सम्मान प्राणी मित्र राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। वंतारा रेस्क्यू सेंटर की स्थापना रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा की गई है यहां पर 2000 से अधिक प्रजातियों के और डेढ़ लाख से अधिक बचाए गए जानवर रहते हैं। यहां पर लुप्तप्राय और संकट ग्रस्त प्रजाति के जानवर भी रहते हैं।

क्या कहना है अनंत अंबानी का इस विषय में ‌

अनंत अंबानी ने कहा कि वन्य जीव संरक्षण के प्रति जागरूकता और समर्पण का भाव उनके मन में अपने माता-पिता मुकेश और नीता अंबानी के कारण आया है। उन्होंने कहा कि वो हमेशा अपने परिवार के साथ छुट्टियां ऐसी जगह पर बिताते थे जहां वन्य जीव होते थे। अनंत अंबानी ने कहा कि मेरे पिता सबसे बड़े वन्य जीव प्रेमियों में से एक है उनके कारण आज मैं यह कर पाया हूं उन्होंने ही मुझे ऐसा करने के लिए प्रेरित किया। अनंत अंबानी ने कहा कि उन्होंने सभी जीवन के समान मूल्य में अपने विश्वास को मुझे बताया उन्होंने मुझे ऐसी शिक्षाएं दी जो की जानवरों की पवित्रता पर जोर देती है जिसके कारण मैं पशु कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध हो सका। उन्होंने कहा मेरे लिए आज के जीवन में आप भगवान को नहीं देख सकते लेकिन मैं हर जानवर के भीतर भगवान को देखता हूं। अनंत अंबानी ने कहा कि वंतारा का उद्देश्य विभिन्न प्रजातियों के लिए पोषक युक्त वातावरण प्रदान करना है जो की करुणा और संरक्षण के गहरे निहित लोकाचार को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर किया पोस्ट

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि मैंने वनतारा रेस्क्यू सेंटर का उद्घाटन किया जो की एक अद्भुत वन्य जीव संरक्षण बचाव और पुनर्वास पहल है। यह एक पारिस्थितिक स्थिरता और वन्य जीव कल्याण को बढ़ावा देते हुए जानवरों के लिए एक सुरक्षित आश्रय प्रदान करती है।

वनतारा रेस्क्यू सेंटर की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वनतारा ग्रह के जीवन की रक्षा के लिए भारत की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का उदाहरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंतारा केंद्र में

अपने बिताए हुए कुछ पलों की झलकियां भी पेश की। जिसमें वह छोटे सिंह शावकों को दूध पिला रहे हैं। जानवरों को प्यार से सहला रहे और शेर की आंखों में आंखें डालकर मुस्कुरा रहे हैं।

क्या बनाता है वनतारा रेस्क्यू सेंटर को खास

वंतारा रेस्क्यू सेंटर में बचाए गए जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास के जैसे ही वातावरण में रखा जाता है यहां पर एशियाई शेरों हिम तैंदुओं और एक सींग वाले गेंडों के लिए अलग से ही संरक्षण परियोजनाएं बनाई गई है।

वनतारा रेस्क्यू सेंटर में होती है पशुओं की विशेष चिकित्सा

यहां पर दुर्घटनाग्रस्त पशुओं की चिकित्सा भी की जाती है। प्रधानमंत्री मोदी खुद एक ऐसी चिकित्सा के साक्षी बने। प्रधानमंत्री मोदी ने एक एशियाई शेर का एमआरआई देखा। वहीं एक तेंदुए की राष्ट्रीय राजमार्ग पर कार से टकराने के बाद जीवन रक्षक सर्जरी भी उन्होंने देखी।

वनतारा रेस्क्यू सेंटर में है दुर्लभ और खूंखार जानवर भी

वंतारा रेस्क्यू सेंटर में सुनहरे बाघ, हिम बाघ, सफेद शेर हिम तेंदुए और चिंपांजी तो है ही इसके अलावा कुछ खूंखार जानवर भी है। यहां पर दो मुंह वाले सांप, दो मुंह वाले कछुए जैसे कुछ अनोखे जानवर भी है। यहां पर क्लाउड तेंदुए जो की दुर्लभ और विलुप्त प्रजाति है उसके बच्चे भी है। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने जिस सफेद शेर के बच्चे को खाना खिलाया उसका जन्म यही बनतारा रेस्क्यू सेंटर में हुआ था। क्योंकि उसकी मां जख्मी थी और उसकी मां को बचाकर देखभाल के लिए यही इसी केंद्र में लाया गया था। यहां पर गोल्डन टाइगर हैं। दो स्नो टाइगर हैं जो कि भाई हैं और एक सर्कस से बचाए गए थे। सर्कस में उनसे करतब दिखवाए जा रहे थे। यहां पर चिंपांजी भी है जिन्हें पालतू बना कर रखा गया था। रेस्क्यू सेंटर में एक हाइड्रो थेरेपी पूल है जहां गठिया और पैर की समस्याओं से पीड़ित हाथियों को स्वास्थ्य लाभ के लिए लाया जाता है। यहां पर विश्व का सबसे बड़ा एलीफेंट हॉस्पिटल है। यहां पर नरेंद्र मोदी ने एक गेंडें के बच्चे को खाना खिलाए जो की एक सींग वाला था। इसकी मां की मृत्यु हो चुकी थी। नरेंद्र मोदी ने केंद्र में बचाए गए तोतों को रेस्क्यू किया और डॉक्टर कर्मचारी श्रमिकों से भी मुलाकात की।

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