प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात के जामनगर में वंतारा वन्यजीव बचाव और पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किया। तीन दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान, उन्होंने इस अद्वितीय केंद्र का दौरा किया, जो 2,000 से अधिक प्रजातियों और 1.5 लाख से अधिक संरक्षित, संकटग्रस्त और लुप्तप्राय जानवरों का घर है। पीएम मोदी ने यहां मौजूद विभिन्न जानवरों से घनिष्ठ रूप से बातचीत की और उनके साथ विशेष समय बिताया।
अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित वंतारा वन्यजीव अस्पताल
वंतारा में स्थित वन्यजीव अस्पताल देश की सबसे आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस है। इसमें एमआरआई, सीटी स्कैन, आईसीयू सहित कई विभाग कार्यरत हैं, जिनमें वन्यजीव एनेस्थेसिया, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, एंडोस्कोपी, डेंटिस्ट्री और आंतरिक चिकित्सा जैसी विशेषताएं उपलब्ध हैं। पीएम मोदी ने अस्पताल के एमआरआई कक्ष का दौरा किया, जहाँ उन्होंने एक एशियाई शेर के एमआरआई परीक्षण की प्रक्रिया को देखा। इसके अलावा, उन्होंने ऑपरेशन थियेटर में एक तेंदुए की सर्जरी का भी निरीक्षण किया, जिसे सड़क दुर्घटना के बाद बचाया गया था।
वन्यजीवों के साथ भावनात्मक जुड़ाव
प्रधानमंत्री मोदी विभिन्न प्रजातियों के जानवरों के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े। उन्होंने एशियाई शेर के शावकों और सफेद शेर के शावकों को खिलाया और उनके साथ खेलते नजर आए। दिलचस्प बात यह रही कि जिस सफेद शेर के शावक को उन्होंने भोजन कराया, वह वंतारा में जन्मा था, क्योंकि उसकी माँ को यहां बचाव अभियान के तहत लाया गया था। पीएम मोदी को एक शेर के साथ हाई-फाइव करते हुए भी देखा गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
संकटग्रस्त और दुर्लभ प्रजातियों का संरक्षण
वंतारा में कई दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों का संरक्षण किया जाता है, जिनमें बादली तेंदुआ (क्लाउडेड लेपर्ड) और कैराकल शामिल हैं। यहाँ कैराकल के संरक्षण और प्रजनन कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं, जिससे इन्हें प्राकृतिक वास में पुनः छोड़ा जा सके। वंतारा का वातावरण जानवरों के प्राकृतिक आवास को प्रतिबिंबित करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है।
दुर्लभ प्राणियों के बीच पीएम मोदी
पीएम मोदी ने स्वर्ण बाघ (गोल्डन टाइगर) और चार भाई स्नो टाइगर्स से भी मुलाकात की, जिन्हें एक सर्कस से बचाया गया था। उन्होंने एक ओकापी को सहलाया, एक ओरंगुटान को गले लगाया और ज़ेब्रा के झुंड के बीच टहलते नजर आए। इसके अलावा, उन्होंने एक जिराफ़ और एक अनाथ गैंडे के बच्चे को भी चारा खिलाया, जिसकी माँ की मृत्यु हो गई थी।
अनोखे जीवों का अवलोकन
प्रधानमंत्री ने कई अद्वितीय प्रजातियों का निरीक्षण किया, जिनमें एक विशाल अजगर, दो सिर वाला साँप, दो सिर वाला कछुआ, टैपीर और खेत में छोड़े गए तेंदुए के शावक शामिल थे। उन्होंने हाथियों को जैकुज़ी में स्नान करते हुए भी देखा। वंतारा में मौजूद जल-चिकित्सा (हाइड्रोथेरेपी) पूल उन हाथियों की देखभाल में सहायक होते हैं, जिन्हें गठिया और पैर संबंधी समस्याएँ होती हैं।
विश्व का सबसे बड़ा हाथी अस्पताल
वंतारा में स्थित हाथी अस्पताल दुनिया का सबसे बड़ा ऐसा अस्पताल है, जो हाथियों के विशेष उपचार के लिए समर्पित है। पीएम मोदी ने इस अस्पताल की कार्यप्रणाली को भी करीब से देखा।
बचाए गए पक्षियों को स्वतंत्रता का उपहार
प्रधानमंत्री मोदी ने वंतारा में बचाए गए तोतों को भी स्वतंत्र किया। उन्होंने वहाँ कार्यरत डॉक्टरों, सहायक कर्मचारियों और वन्यजीव देखभाल कर्मियों से भी बातचीत की और उनके सराहनीय प्रयासों की प्रशंसा की।
वंतारा का यह दौरा प्रधानमंत्री मोदी के वन्यजीवों और प्रकृति के प्रति गहरे प्रेम और संवेदनशीलता को दर्शाता है। उनका यह कदम भारत में वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक नई चेतना को जागृत करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।