अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप व जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में हुए विवाद के बाद अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैनिक सहायता रोक दी है। अमेरिका ने कहा कि ऐसा उन्होंने तब तक के लिए किया है जब तक देश शांति के लिए सद्भावनापूर्ण प्रतिबद्धता नहीं दिखाते हैं।
अमेरिका रोकेगा यूक्रेन को सभी सैन्य उपकरण सहायता
अमेरिका ने बताया कि अब अमेरिका अपने सैन्य उपकरणों को यूक्रेन में मौजूद नहीं रहने देगा। इन उपकरणों में विमान, जहाज और पोलैंड में प्रतीक्षारत हथियार भी शामिल है। इस मामले की शुरुआत यूक्रेन के राष्ट्रपति के व्हाइट हाउस जाने से हुई थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की कुछ दिनों पहले व्हाइट हाउस गए थे जहां उन्हें खनिजों संसाधनों के सौदे पर हस्ताक्षर करना था लेकिन यह मीटिंग बहस में बदल गई और यूक्रेन के राष्ट्रपति बिना हस्ताक्षर किए वापस चले गए।
यूक्रेन के पास लड़ने के लिए कितने साधन बाकी है
यूक्रेन के विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि अब यूक्रेन के पास सिर्फ मई, जून तक ही साधन बचे हैं कि वह रूस से स्वतंत्र रूप से लड़ सके। यूक्रेन में आने वाले समय में बिना अमेरीकी मदद के रूस से लड़ना बहुत मुश्किल होने वाला है एक अरब डालर तक की सैन्य मदद रुकी यूक्रेन को अमेरिका जो सैनिक मदद दे रहा था वह रोक दी गई है। पोलैंड तक पहुंचे सैन्य संसाधनों को भी वहीं पर रोक दिया गया है। $1 अरब तक की सैन्य मदद को यूक्रेन पहुंचने से रोक दिया गया है।
क्या कहना है अमेरिकी विदेश मंत्री का
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो का कहना है कि जब तक प्रत्येक प्रस्तावित नए पुरस्कार या विस्तार की समीक्षा और अनुमोदन नहीं हो जाता तब तक नए पुरस्कारों या मौजूदा पुरस्कारों के लिए कोई नई बाध्यता नहीं की जाएगी।
नई राशि या पुरस्कार विस्तार नहीं किया जाएगा। अमेरिकी विदेश मंत्री ने जनवरी में घोषणा की थी कि वह सिर्फ इजरायल व मिश्र का अनुदान देंगे बाकी अन्य विदेशी सहायता अनुदानों पर 90 दिनों के लिए रोक लगा देंगे। यूक्रेन भी इसी में शामिल था। जनवरी में अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को सैन्य सहायता मिल रही थी।
डोनाल्ड ट्रंप और जेलर के बीच में हुई थी तीखी झड़प
डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की को लाखों लोगों की जानों से खेलने वाला कहा था। डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की को तीसरे विश्व युद्ध के साथ जुआ खेलने का आरोप लगाया था। डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिका के उपराष्ट्रपति जैंडी वेंस ने यूक्रेन के राष्ट्रपति पर आभार ना व्यक्त करने का आरोप भी लगाया था।
डोनाल्ड ट्रंप चाहते क्या हैं
डोनाल्ड ट्रंप अब अपने देश के टैक्स पेयर के पैसों से फ्री में किसी को कुछ भी दान नहीं करना चाहते हैं। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि अगर वह किसी को कोई मदद देंगे तो वह उसकी कीमत वसूल लेंगे फिर वह चाहे यूक्रेन हो या कोई दूसरा देश। लेकिन फिलहाल डोनाल्ड ट्रंप कह रहे हैं कि वह रूस और यूक्रेन के बीच में शांति स्थापित करना चाहते हैं। डोनाल्ड ट्रंप ये नहीं चाहते कि दोनों देशों के बीच में युद्ध जारी रहे। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि उन्होंने रूस और यूक्रेन के मध्य शांति हो इसलिए रूस से भी बात की। डोनाल्ड ट्रंप आगे अब युद्ध में मदद नहीं करना चाहते डोनॉल्ड ट्रंप का कहना है कि वह रूस और यूक्रेन के बीच शांति में मदद चाहते हैं।
मदद रोकने के विषय में क्या कहा जेलेंस्की और यूरोपीय देशों ने
यूरोपीय देशों का और यूक्रेन का अभी तक अमेरिका द्वारा यूक्रेन को सैन्य सहायता रोके जाने पर कोई जवाब नहीं आया है।
सारांश
अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता बंद कर दी है। अमेरिका का कहना है कि जब तक शांति के लिए देश अपनी प्रतिबद्धता नहीं दिखाते हैं अमेरिका अपनी सैन्य सहायता देना जारी नहीं करेगा।