हम सभी के लिए तन के साथ-साथ मन को स्वस्थ रखना बहुत आवश्यक है और मन तभी स्वस्थ होगा जब हमारा मस्तिष्क स्वस्थ होगा तो आईए जानते हैं कैसे हम अपने मन के साथ-साथ अपने मस्तिष्क को भी स्वस्थ रख सकते हैं और अपनी मेंटल हेल्थ को स्ट्रांग बना सकते हैं। यह समय मुश्किलों से भरा है करियर से लेकर घर तक हर इंसान चुनौतियों का सामना कर रहा है चाहे वह बच्चा हो या बुजुर्ग हो। एकल परिवार सभी को अकेलेपन का शिकार बना रहे हैं तो आईए जानते हैं कौन से हैं वह सात तरीके जिनसे हम अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं।
1 – दिन की शुरुआत करें अच्छे विचारों से और दो गिलास पानी से
दिन की शुरुआत के पहले 1 घंटे अपने लिए समय निकले सबसे पहले उठे और 5 मिनट सोचें कि आपको क्या करना है आपका दिन कैसे जाने वाला है। आज के आपकी कौन से लक्ष्य है जिन्हें आपको अचीव करना है सोचें कि आपने अपना काम समय से पूरा कर लिया है और आप बहुत खुश हैं।
कुछ सकारात्मक मंत्रों के उच्चारण के साथ एक पानी के गिलास में पानी लेकर पिए। जब आप हाइड्रेटेड होते हैं तो आपका दिमाग भी अच्छे से काम करता है और आपके शरीर से नकारात्मक पदार्थों के साथ ही नकारात्मक विचार भी बाहर निकल जाते हैं। इसलिए दिन की शुरुआत करें अच्छी बातें सोचने से अच्छे विचारों से और दो गिलास पानी से।
2 – अपने काम को प्राथमिकता के अनुसार करें और सबसे मुश्किल काम को दोपहर होने से पहले निपटा लें
हमारा दिमाग सुबह सबसे ज्यादा एक्टिव व प्रोडक्टिव होता है तो कोशिश करें कि अपना सबसे मुश्किल काम आप सुबह-सुबह कर ले। कहा भी तो गया है की मेंढक को सबसे पहले निगला जाता है। यानी कि सबसे मुश्किल काम सबसे बोरिंग काम सबसे पहले किया जाता है। सबसे मुश्किल काम अगर आप सबसे पहले कर लेंगे तो आपको रिलैक्सेशन मिल जाएगा।
3 – आधे घंटे के लिए शरीर के लिए काम करें
आधा घंटा अपने शरीर को दें। चाहे आप दौड़े, एक्सरसाइज करें, योग करें ,डांस करें जो भी आपको पसंद है आप वह करें। जिससे कि आपका शरीर गुड हारमोंस रिलीज करें। आपका स्ट्रेस कम हो और आपका दिमाग अच्छे से काम कर सके। कोशिश करें की मूवमेंट ऐसा हो जिससे कि आप थक जाए। आपको पसीना आये।
4 – आधा घंटा किताब पढ़े
जब से हमने सोशल मीडिया पर घंटों वक्त बिताना शुरू कर दिया है तब से हमारा रीडिंग टाइम खत्म हो गया है। अगर हमें कुछ पढ़ना पसंद भी होता है तो हम सोचते हैं कि हम मोबाइल पर या लैपटॉप पर पढ़ लेंगे। लेकिन बिना फीलिंग के पढ़ना आपको कभी भी वह खुशी नहीं दे सकता जो की किताब पढ़ने से फील होती है। आप इमेजिन कीजिए आप एक नई किताब लाते हैं आप उसकी खुशबू सूंघते हैं और उसके पेजों को पलटते हुए उसे पढ़ते हैं तो बस अगर खुद को खुश रखना है तो स्क्रीन टाइम कम करके आधा घंटा किताबों की दुनिया में खो जाइए।
5 – धन्यवाद दे उन सबको जिन्होंने आपको खुशीयां दीं है
लोगों का शुक्रगुजार होना बहुत जरूरी है। अगर आप अपने मन व मस्तिष्क दोनों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो लोगों को थैंक यू अवश्य बोले। अपनी रोजाना की दिनचर्या में शामिल करें लिखना वो तीन चीजें जिनके लिए आप ईश्वर के शुक्रगुजार हैं। चाहे वह छोटी चीज हो या बड़ी। जब आप ऐसा करेंगे तो आप देखेंगे की चीजें और अच्छी होने लगेंगीं। आप अपने मन और मस्तिष्क दोनों को अच्छे और अच्छे के लिए तैयार कर रहे हैं।
6 – स्वयं का मूल्यांकन करें मेडिटेशन
हर सुबह कुछ समय खुद को दे और सोचिए अआपने क्या अच्छा किया कहां आपको और इंप्रूवमेंट की जरूरत है? आपने क्या सीखा और क्या आपको सीखना है ? आपके आगे के भविष्य के लिए यह सारी चीजें आपको सही फैसला लेने में मददगार होगी। मेडिटेशन और ध्यान करें और अपनी सांसों को कंट्रोल कर अपने मन मस्तिष्क पर काबू रखना सीखें।
7 – बिस्तर पर जाने से पहले आज का दिन कैसा बीता लिखें
अगर आप अपनी मन व मस्तिष्क को शांत व खुश रखना चाहते तो कुछ मिनट लिखे कि आज आपने क्या किया? आपका दिन कैसा बीता? क्या अच्छा हुआ और क्या बुरा हुआ जिससे कि आपका दिमाग अपने अंदर कचरा ना रख पाए और आप शांत मन से सो पाए। अगर आप एक टू डू लिस्ट बनाते हैं तो आपको खुद भी संतुष्टि होती है कि आपका आज का दिन सकारात्मक बीता आपके अनुसार बीता।