नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा संचालित दिल्ली सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में हुई पहली कैबिनेट बैठक में महिलाओं को ₹2,500 प्रति माह की आर्थिक सहायता देने की योजना पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। यह वही योजना थी, जिसका भाजपा ने चुनाव से पहले बड़े जोर-शोर से वादा किया था।
आतिशी ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने जनता को छलने का मन बना लिया है।
“पहले ही दिन से वादाखिलाफी शुरू” – आतिशी
आतिशी ने कहा, “बीजेपी ने यह ऐलान किया था कि उनकी सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में दिल्ली की महिलाओं के लिए ₹2,500 की आर्थिक सहायता योजना पारित होगी। लेकिन क्या हुआ? नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके मंत्री शपथ लेने के बाद पहली ही बैठक में इस योजना पर चुप्पी साध गए। शाम 7 बजे बैठक हुई, महिलाएं उम्मीद लगाए बैठी थीं, मगर उन्हें निराशा हाथ लगी।”
उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, “बीजेपी ने अपने पहले ही दिन वादे तोड़ने शुरू कर दिए हैं… उन्होंने इस योजना को पारित नहीं किया… यह साफ है कि पार्टी ने जनता को धोखा देने की ठान ली है।”
दिल्ली सरकार ने आयुष्मान भारत योजना को दी मंजूरी
इस बीच, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपनी कैबिनेट की पहली बैठक के बाद प्रेस वार्ता में घोषणा की कि दिल्ली में केंद्र सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य योजना ‘आयुष्मान भारत’ को लागू किया जाएगा। यह योजना भी भाजपा के चुनावी वादों में से एक थी, जिस पर पार्टी ने पूर्ववर्ती आप सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ा था।
आयुष्मान भारत योजना के तहत हर लाभार्थी को ₹10 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा, जिसमें केंद्र और दिल्ली सरकार ₹5-5 लाख का योगदान देंगी।
CAG रिपोर्ट होगी विधानसभा में पेश
इसके अलावा, दिल्ली सरकार ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की 14 रिपोर्टों को विधानसभा में पेश करने का फैसला लिया है। ये वे रिपोर्ट्स हैं, जिन्हें AAP सरकार के कार्यकाल के दौरान रोका गया था।
नई विधानसभा का पहला सत्र जल्द आयोजित किया जाएगा, जिसमें इन रिपोर्टों को सदन के समक्ष रखा जाएगा।
“हमारी सरकार, हमारा एजेंडा” – रेखा गुप्ता का पलटवार
जब पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी के आरोपों पर रेखा गुप्ता से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “यह हमारी सरकार है, हमारा एजेंडा होगा। हमें अपना काम करने दें। उन्हें हमें बताने की जरूरत नहीं कि क्या करना है। उन्होंने सत्ता में रहते हुए जो करना था, कर लिया। अब हम अपने तरीके से काम करेंगे।”
दिल्ली की राजनीति में यह पहला बड़ा टकराव है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा सरकार अपने चुनावी वादों को कितनी जल्दी अमल में लाती है।