Saturday, February 22, 2025
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शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव के बीच गोल्ड ईटीएफ की बड़ी डिमांड

यह साल शेयर मार्केट के लिए उथल-पुथल से भरा रह रहा है ऐसे में निवेशकों का रुझान दूसरे विकल्पों की तरफ बढ़ रहा है। कुछ निवेशक बिटकॉइन में अपना पैसा लगाना चाह रहे हैं तो परंपरागत निवेशक सोने में निवेश करना ही बेहतर समझते हैं। ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो फिजिकल गोल्ड की जगह फाइनेंशियल गोल्ड या डिजिटल गोल्ड की तरफ निवेश करना बेहतर समझ रहे।

क्या है फिजिकल गोल्ड और क्या है गोल ईटीएफ

फिजिकल गोल्ड पारंपरिक सोना है जिसे हम सदियों से आभूषणों के रूप में पहना आए हैं। हमारी भारतीय धार्मिक मान्यताओं में भी सोने और चांदी की आभूषणों को पहनना शुभ माना जाता है। ऐसे में हर गरीब से गरीब घर में भी सोने और चांदी के आभूषण आवश्यक होते हैं। लोग सोने में इन्वेस्ट करना चाहते हैं लेकिन गोल्ड ज्वेलरी नहीं खरीदना चाहते कुछ सालों से गोल्ड ज्वेलरी की डिमांड में काफी कमी आई है। 2022 में गोल्ड ज्वेलरी की मांग 600 टन थी। 2024 में गोल्ड ज्वेलरी की मांग 563 टन हो गई है। अगर हम आंकड़ों पर ध्यान दें तो दो साल में सोने की मांग 7% तक गिरी है। 2021 में गोल्ड ज्वेलरी की मांग 610 टन थी। 2023 में गोल्ड ज्वेलरी की मांग 575 टन थी। गोल्ड ज्वेलरी की वजह लोग सोना खरीदना अधिक पसंद कर रहे हैं इसकी एक वजह सोने के बढ़ते दाम भी है। सोने की ज्वेलरी पर मेकिंग चार्ज भी देना होता है जो की 10 से 12% से शुरू होकर 20 से 21% तक हो जाता है। सोने की ज्वेलरी को वापस कर अगर हम नया जेवर लेना चाहते हैं तो हमारा मेकिंग चार्ज कट जाता है और हमें सोना बेचते समय नुकसान उठाना पड़ता है। सोने के गहनों की मांग इसीलिए अब कम हो रही है। लोग सोने को फिजिकल फॉर्म में खरीदने के बजाय डिजिटल फॉर्म में खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। सोने को अब म्युचुअल फंड या एक्सचेंज क्रेडिट फंड ईटीएफ के रूप में लिया जा रहा है। यह भी इन्वेस्टमेंट का एक तरीका है। इस समय गोल्ड ईटीएफ के इनफ्लो में भारी उछाल आया है और लोग काफी अधिक मात्रा में गोल्ड ईटीएफ खरीद रहे हैं।

गोल्ड ईटीएफ इनफ्लो

गोल्ड ईटीएफ एक पैसिव इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट है इसे आप शेयर्स की तरह खरीद सकते हैं। जितना आपका फिजिकल सोने का रेट होता है उतना ही आपका गोल्ड ईटीएफ का रेट हो जाता है। गोल्ड ईटीएफ को आप स्टाफ एक्सचेंज से खरीद सकते हैं और बेच सकते हैं। फिजिकल गोल्ड की तरह इसे बेचने पर या खरीदने पर कोई मेकिंग चार्ज नहीं लगता। बैंकों में भी गोल्ड बांड खरीदा जा सकता है। बैंक में 5 से 10 साल के लिए गोल्ड बॉन्ड खरीदा जाता है। गोल्ड बॉन्ड के पूरा होने के समय गोल्ड की जो कीमत होती है उतना पैसा आपको मिल जाता है।

लोग खरीद रहे हैं गोल्ड ईटीएफ ,क्यों

यह साल गोल्ड ईटीएफ के इनफ्लो के लिए एक नया बाजार बन कर आया है इस साल गोल्ड इनफ्लो का प्रतिशत 216 से बढ़कर 9225 करोड रुपए हो गया है। 2023 में गोल्ड ईटीएफ इनफ्लो 2919 करोड रुपए था।

युवाओं की पहली पसंद है गोल्ड ईटीएफ

समय के साथ परिवर्तन प्रकृति का नियम है और अब सोने को एक जेवर की तरह न पहनकर एक सेट के रूप में खरीदा जा रहा है विशेष कर युवा तो सोने को जेवर के रूप में खरीदने की बजाय एसेट के रूप में खरीदने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। मार्केट में इस समय डिजिटल गोल्ड की बिक्री में ही ज्यादा तेजी देखी जा रही है। डिजिटल गोल्ड को आप फाइनेंशियल फंड म्युचुअल फंड या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के रूप में इन्वेस्ट कर सकते हैं। बैंक से आप गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते हैं गोल्ड बॉन्ड को आप ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।

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