रणवीर अल्लाहबादिया विवाद समाचार LIVE: लोकप्रिय यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया, जिन्हें डिजिटल दुनिया में ‘बीयरबाइसेप्स’ के नाम से पहचाना जाता है, एक बड़े विवाद में फंस गए हैं। हाल ही में, कॉमेडियन समय रैना के यूट्यूब शो ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ पर दिए गए उनके बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए, जिसके बाद उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। इंटरनेट यूजर्स से लेकर राजनेताओं तक, हर किसी ने उनके बयान की निंदा की और इसे ‘अश्लील’ और ‘अप्रिय’ करार दिया।
रणवीर अल्लाहबादिया ने मांगी माफी, NCW ने भेजा समन
इस विवाद के बीच, रणवीर अल्लाहबादिया ने सोशल मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक माफी जारी की। उन्होंने स्वीकार किया कि यह उनकी ‘निर्णय संबंधी चूक’ थी और इस घटना से उन्होंने महत्वपूर्ण सीख ली है। हालांकि, उनकी माफी से मामला शांत नहीं हुआ, और राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना, अपूर्वा मुखिजा, जसप्रीत सिंह, और आशीष चंचलानी को समन जारी किया। इसके साथ ही, शो के निर्माता तुषार पुजारी और सौरभ बोथरा को भी आयोग के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
NCW ने मामले की सुनवाई के लिए 17 फरवरी की तारीख तय की है, जहां इन सभी को अपने बयान दर्ज कराने होंगे।
रणवीर अल्लाहबादिया विवाद: FIR दर्ज, असम पुलिस ने शुरू की जांच
यह मामला यहीं नहीं रुका। असम में रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना, और अन्य सदस्यों के खिलाफ एक प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है, जिसमें उन पर ‘अश्लीलता को बढ़ावा देने’ और ‘यौन उन्मुख व अशोभनीय चर्चाएं’ करने का आरोप लगाया गया है। इस केस की जांच के लिए असम पुलिस की एक विशेष टीम मुंबई पहुंची है, जो इस पूरे प्रकरण की गहराई से पड़ताल कर रही है।
रणवीर अल्लाहबादिया विवाद: कौन-कौन हैं इसमें शामिल?
इस विवाद में केवल रणवीर अल्लाहबादिया ही नहीं, बल्कि कई अन्य बड़े नाम भी शामिल हैं। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- समय रैना – लोकप्रिय कॉमेडियन और यूट्यूबर, जो ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ शो के होस्ट हैं।
- आशीष चंचलानी – भारत के सबसे बड़े यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर्स में से एक, जो इस शो के जजों में शामिल थे।
- जसप्रीत सिंह – स्टैंडअप कॉमेडियन, जो इस शो में बतौर निर्णायक (जज) मौजूद थे।
- अपूर्वा मुखिजा (The Rebel Kid) – मशहूर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर, जो इस शो का हिस्सा थीं।
- तुषार पुजारी और सौरभ बोथरा – ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ के निर्माता, जिन्हें भी NCW ने तलब किया है।
रणवीर अल्लाहबादिया विवाद: क्यों बढ़ा इतना हंगामा?
यह विवाद तब शुरू हुआ जब समय रैना के यूट्यूब शो ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ पर एक एपिसोड के दौरान रणवीर अल्लाहबादिया और अन्य जजों ने कुछ ऐसे बयान दिए, जिन्हें कई दर्शकों ने ‘असभ्य’ और ‘अप्रिय’ माना। यह वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और नेटिज़न्स ने इसे जमकर ट्रोल करना शुरू कर दिया।
मुख्य कारण:
✔️ शो में की गई ‘अश्लील’ और ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणियां।
✔️ सार्वजनिक मंच पर ‘यौन उन्मुख’ विषयों पर चर्चा।
✔️ बड़े डिजिटल इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स का इससे जुड़े होना।
✔️ असम पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज किया जाना।
रणवीर अल्लाहबादिया विवाद पर असम के मुख्यमंत्री का बयान
असम के मुख्यमंत्री ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया दी और ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि यह प्राथमिकी इसलिए दर्ज की गई है क्योंकि इन व्यक्तियों ने अपने शो में ‘अश्लीलता को बढ़ावा दिया’ और ‘यौन रूप से स्पष्ट व अनुचित संवादों’ में भाग लिया। इस पोस्ट के बाद इस विवाद ने और भी बड़ा रूप ले लिया।
रणवीर अल्लाहबादिया की प्रतिक्रिया: क्या बोले बीयरबाइसेप्स?
रणवीर अल्लाहबादिया, जो ‘द रणवीर शो’ के लिए लोकप्रिय हैं, ने इस पूरे विवाद के बाद अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि उन्होंने अनजाने में ऐसी बातें कह दीं, जिनसे लोगों की भावनाएं आहत हुईं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा:
“मुझे खेद है कि मेरी कही गई कुछ बातों से लोगों को ठेस पहुंची। यह मेरी ओर से एक निर्णय संबंधी चूक थी और मैं इससे सीख ले रहा हूं। मैं सभी से माफी मांगता हूं।”
रणवीर अल्लाहबादिया विवाद: आगे क्या होगा?
इस मामले में अब 17 फरवरी को NCW की सुनवाई सबसे महत्वपूर्ण मोड़ होगी। अगर रणवीर अल्लाहबादिया और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ आरोप साबित होते हैं, तो उनके करियर और डिजिटल इमेज पर बड़ा असर पड़ सकता है।
संभावित परिणाम:
🔹 NCW की सख्त कार्रवाई और कानूनी कदम।
🔹 असम पुलिस द्वारा विस्तृत जांच और संभावित गिरफ्तारी।
🔹 सोशल मीडिया और ब्रांड पार्टनरशिप पर नकारात्मक प्रभाव।
🔹 भविष्य में यूट्यूबर्स और डिजिटल इन्फ्लुएंसर्स के लिए कड़े नियम लागू हो सकते हैं।
निष्कर्ष
रणवीर अल्लाहबादिया विवाद ने भारत में डिजिटल कंटेंट और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की जिम्मेदारी पर एक नई बहस छेड़ दी है। यह घटना दिखाती है कि बड़े प्लेटफार्मों पर सार्वजनिक बयान कितने प्रभावशाली हो सकते हैं और कैसे वे विवादों को जन्म दे सकते हैं। अब देखना यह होगा कि NCW और पुलिस की जांच के बाद इस मामले का क्या नतीजा निकलता है।