प्रयागराज में चल रहे महा कुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। माघी पूर्णिमा स्नान से पहले सोमवार को कई हिस्सों में 300 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया, जिससे हजारों श्रद्धालु कई घंटे तक फंसे रहे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने ‘नो व्हीकल ज़ोन’ लागू करने का फैसला किया है।
भीषण ट्रैफिक जाम, श्रद्धालुओं की मुश्किलें बढ़ीं
महा कुंभ में उमड़ी भीड़ ने प्रयागराज में यातायात व्यवस्था को चरमरा दिया। सोमवार को लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाने पहुंचे, जिससे शहर के कई हिस्सों में गंभीर ट्रैफिक जाम देखने को मिला। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई श्रद्धालु 30 घंटे से ज्यादा समय तक ट्रैफिक में फंसे रहे। पुलिस को मजबूरी में लोगों को लौटने की सलाह देनी पड़ी, क्योंकि भारी भीड़ के कारण वाहनों का आगे बढ़ना मुश्किल हो गया था।
उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने कहा कि यह जाम किसी प्रशासनिक लापरवाही की वजह से नहीं, बल्कि इतिहास की सबसे बड़ी भीड़ के कारण हुआ है। उन्होंने बताया कि अब तक 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं और यह संख्या हर दिन बढ़ रही है।
‘नो व्हीकल ज़ोन’ घोषित, ट्रैफिक पर सख्त नियंत्रण
माघी पूर्णिमा स्नान के लिए भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से प्रयागराज मेला क्षेत्र को ‘नो व्हीकल ज़ोन’ घोषित कर दिया गया है। यह प्रतिबंध 11 फरवरी सुबह 4 बजे से लागू होगा और 12 फरवरी तक जारी रहेगा।
- केवल आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं के वाहनों को अनुमति दी जाएगी।
- 11 फरवरी शाम 5 बजे के बाद प्रयागराज शहर में भी वाहन प्रतिबंध लागू होगा।
- बाहरी श्रद्धालुओं को शहर के बाहर निर्धारित पार्किंग स्थलों में अपने वाहन खड़े करने होंगे।
प्रशासन का कहना है कि यह कदम श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
माघी पूर्णिमा तक रहेगा ट्रैफिक प्लान लागू
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह ट्रैफिक नियंत्रण योजना तब तक जारी रहेगी, जब तक कि श्रद्धालुओं का सुरक्षित स्नान और सुचारु निकासी नहीं हो जाती।
इसके अलावा, कल्पवासियों (जो पूरे माघ महीने कुंभ में रहते हैं) के वाहनों को भी इस योजना के तहत रखा गया है।
प्रशासन श्रद्धालुओं से यातायात नियमों का पालन करने और प्रशासन के निर्देशों का सहयोग करने की अपील कर रहा है, ताकि माघी पूर्णिमा स्नान के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो।