Wednesday, January 22, 2025
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दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति सुक येओल कर रहे हैं महाभियोग का सामना, हो सकते हैं गिरफ्तार

दक्षिणी कोरिया के राष्ट्रपति सुक येओल 3 दिसंबर को मार्शल लॉ का ऐलान किया था। इसके बाद से ही वह महाभियोग का सामना कर रहे हैं। हालांकि मार्शल आर्ट कुछ समय तक ही बल्कि कुछ घंटों तक ही लागू रहा था। लेकिन इसके कारण देश को आर्थिक और राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ा था। इसके बाद राष्ट्रपति येन सुक येओल पर महाभियोग लगा दिया गया था। अब कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने अदालत से अनुरोध किया है कि वह येओल को गिरफ्तार करने के लिए वारंट जारी करें आज अदालत में इस विषय में सुनवाई होगी।

येओल पर देश में विद्रोह करने का है आरोप

येओल को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था ।यूं को बुधवार को उनके निवास स्थान से गिरफ्तार कर लिया गया था उन पर देश में विद्रोह का आरोप लगाया गया है। दक्षिण कोरिया में 1980 के बाद यह सबसे गंभीर राजनीतिक संकट माना जा रहा है।

सुक येओल को रहना पड़ेगा अभी और हिरासत में

येओल अभी हिरासत में है। अगर आज फैसला यूओल के विपक्ष में आता है तो येओल को अभी कम से कम 20 दिन तक और हिरासत में रहना होगा। इसी बीच इस मामले को कोर्ट में ले जाया जाएगा। जहां येओन के वकील इस मामले की सुनवाई करवाएंगे। अगर अदालत ने येओन कोगिरफ्तार करने का आदेश दे दिया तो वहीं से उन्हें जेल हो जाएगी। अगर आज अदालत उन्हें रिहा करने का आदेश देती है तो वह अपने घर वापस लौट सकते हैं। 3 दिसंबर को दक्षिण कोरिया में येओल ने मार्शल लॉ लगाया था। येओल को पर्याप्त मात्रा में समर्थन नहीं मिल रहा था। अधिकतर लोग उनके पक्ष में नहीं थे। इसी बीच उन्होंने मार्शल लॉ का आदेश दे दिया था अचानक हुए इस आदेश से दक्षिण कोरिया के लोग स्तब्ध रह गए थे। देश भर में यूओल के खिलाफ आक्रोश का माहौल पैदा हो गया था। हालांकि यह मार्शल काफी कम समय के लिए था फिर भीदेश में कूटनीतिक राजनीतिक माहौल से राजनीतिक उथल पुथल मच गई। इसके बाद उन पर महाभियोग चलाया गया।14 दिसंबर को उन पर महाभियोग चलाने और उन्हें राष्ट्रपति पद से हटाने के लिए मतदान किया गया

क्यों किया गया यूओल को हिरासत में लेने का वारंट जारी

यूओल पूछताछ के लिए जांच अधिकारियों के समक्ष उपस्थित नहीं हो रहे थे। इसीलिए सियोल पश्चिमी जिला न्यायालय ने यूओल को हिरासत में लेने का वारंट जारी किया। येओल को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस का येओल और उनके समर्थकों ने विरोध किया था। राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा ने कहा कि हम राष्ट्रपति को गिरफ्तार होने नहीं दे सकते येओल के वकीलों का कहना था भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसी के पास राष्ट्रपति को गिरफ्तार करने का कोई अधिकार नहीं है। वकीलों का कहना था कि भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसी के पास विद्रोह के आरोपों की जांच करने का कोई अधिकार नहीं है।

सियोल केंद्रीय जिला अदालत ने खारिज की थी रिहाई की याचिका येओल के वकीलों ने केंद्रीय जिला अदालत से आग्रह किया था कि वह येओल की रिहाई पर पुनर्विचार करें। वकीलों के अनुसार येओल को जारी गिरफ्तारी का वारंट भी वैध नहीं था। येओल के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट की वैधता को येओल के वकीलों ने चुनौती दी थी लेकिन अदालत ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया तभी से येओल हिरासत में हैं।

साउथ कोरिया की विपक्ष की पार्टी ने एक बिल लागू करके प्रेसिडेंट के खिलाफ इंडिपेंडेंस स्वतंत्र जांच की मांग

साउथ कोरिया की विपक्ष की 6 पार्टियों ने मिलकर एक बिल लागू किया था। इस बिल को लिबरल अपोजिशन डेमोक्रेटिक पार्टी ने प्रपोज किया था। जिसमें उन्होंने कहा था की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन बिठाई जायें।

भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी और पुलिस संयुक्त रूप से करेंगे जांच

भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी और पुलिस इस बात की जांच करने वाले हैं कि 3 दिसंबर को येओल द्वारा लागू किया गया मार्शल लॉ

क्या विद्रोह के समान था? येलो आज दोपहर 2:00 बजे के बाद होने वाली सुनवाई में पेश होने वाले हैंहो सकता है यूं यह दलील दिन की सुनवाई के दौरान उन्हें हिरासत में रहने की आवश्यकता नहीं है। जज मामले मेंआज रात या कल सुबह तक फैसला दे सकते हैं। इससे पहले येओल ने अपनी रिहाई की मांग करने वाली एक याचिका दक्षिण कोरिया की अदालत में दायर की थी जिसे जज ने खारिज कर दिया था।

येओल जो ने 10 घंटे तक चली पूछताछ में नहीं दिए कोई जवाब

येओल ने 10 घंटे से ज्यादा तक चली पूछताछ में कोई भी जवाब नहीं दिया था। पूछताछ के दौरान उन्होंने अपने चुप रहने के अधिकार का प्रयोग किया था। गुरुवार को उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया था। जिस पर उनके वकीलों का कहना था कि राष्ट्रपति पर लगाई जा रही है जांच गैरकानूनी है।

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