इज़राइल और हमास ने गाजा पट्टी में 7 अक्टूबर 2023 से चल रहे विनाशकारी युद्ध को रोकने का समझौता किया है। इस फैसले के बाद, इज़राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने डोनाल्ड ट्रंप को फोन कर धन्यवाद व्यक्त किया।
अमेरिकी विदेश विभाग का बयान
बुधवार को अमेरिकी विदेश विभाग ने इस बात की पुष्टि की कि राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप की टीम की भूमिका इस संघर्षविराम समझौते को अंतिम रूप देने में बेहद महत्वपूर्ण रही। विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, “यह समझौता तय करने में ट्रंप टीम की भागीदारी निर्णायक रही है। चूंकि इस प्रशासन का कार्यकाल केवल पांच दिनों में समाप्त हो जाएगा, हम ट्रंप टीम को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं।”
मिलर ने यह भी कहा कि यह सौदा दर्शाता है कि जब अमेरिकी राजनीतिक दल अपने मतभेदों से ऊपर उठकर सहयोग करते हैं, तो बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है।
समझौते की मुख्य बातें
इज़राइल और हमास के बीच यह संघर्षविराम समझौता तीन चरणों में लागू किया जाएगा। इसके तहत:
- बंधकों की रिहाई: गाजा में बंदी बनाए गए दर्जनों लोगों को मुक्त किया जाएगा।
- फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई: इज़राइल की जेलों में बंद सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा।
- मानवीय सहायता: युद्धग्रस्त गाजा पट्टी में राहत सामग्री और सहायता पहुंचाई जाएगी।
पहले चरण में युद्धविराम छह सप्ताह तक लागू रहेगा। इस दौरान, गाजा में विस्थापित लोगों को उनके घर लौटने का मौका मिलेगा। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि सभी लोग अपने घर लौट पाएंगे या नहीं।
#WATCH | “When it comes to the involvement of President-Elect Trump’s team, it has been absolutely critical in getting this deal over the line. It’s been critical because obviously, as I stand here today, this administration’s term in office will expire in five days…We, of… pic.twitter.com/cmzDlGiNCx
— ANI (@ANI) January 15, 2025
आगे की चुनौतियां
दूसरे चरण में सभी शेष बंधकों की रिहाई और इज़राइली सैनिकों की गाजा से पूर्ण वापसी की बात की गई है, जो कि हमास की मुख्य मांग है। तीसरे चरण में गाजा के पुनर्निर्माण की शुरुआत होगी, जिसे युद्ध के कारण भारी नुकसान हुआ है।
बाइडन और नेतन्याहू की प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस समझौते को “अमेरिकी कूटनीति की विजय” बताया और कहा कि यह संघर्षविराम तब तक बना रहेगा, जब तक दोनों पक्ष दीर्घकालिक शांति समझौते पर बातचीत करते रहेंगे। बाइडन ने यह भी कहा कि उनकी और डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने एकजुट होकर काम किया।
इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि समझौते पर अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। फिलिस्तीनी कैदियों की सूची की पुष्टि के बाद ही नेतन्याहू की कैबिनेट इस समझौते को स्वीकृति देगी।
यह ऐतिहासिक समझौता युद्ध की विभीषिका को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।