भारत और यूरोप के चार देशों के बीच हुआ ट्रैड समझौता

 भारत और यूरोप के चार देशों के बीच हुआ ट्रैड समझौता

भारत और यूरोप के चार देशों के बीच ट्रैड समझौता हो गया है।‌ आइये जानते हैं कौन से हैं वो चार देश जिनसे हुआ है यह समझौता और इस समझौते के विषय में 

 भारत और यूरोप के चार देशों के बीच हुआ ट्रैड समझौता

भारत और यूरोप के चार देशों नॉर्वे, स्वीटजरलैंड, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन में समझौता हो गया है। यह ट्रैंड एग्रीमेंट बुधवार आज 3 अक्टूबर से लागू होगा। पहली बार भारत का इन चारों यूरोपीय देशों के साथ कोई एग्रीमेंट हो रहा है । इसमें निवेश और व्यवसाय से जुड़ी बाद्धयकारी प्रतिबद्धता शामिल है। इस समझौते के अंतर्गत भारत के 99.6 प्रतिशत निर्यात और 92% टैरिफ लाइन पर छूट मिलेगी।

क्या ईफ्टीए है फ्री ट्रेड एग्रीमेंट?

ईफ्टीए ट्रेड एग्रीमेंट एक ऐसा समझौता है जिसमें दो देश एक दूसरे के ऊपर लगने वाले टैरिफ को कम कर देते हैं या बिल्कुल समाप्त कर देते हैं। इस समझौते के द्वारा दोनों देशों के बीच व्यापार संबंध और बेहतर होते हैं और व्यापार को लेकर होने वाली दिक्कतें समाप्त होती है।

क्या भारत ने किसी और देश के साथ भी साइन किया है ईएसटीएफ?

भारत ने अब तक 16 देशों के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट साइन किया है। भारत ने श्रीलंका, भूटान, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, कोरिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, यूएई, यूके, मॉरीशस और आसियान देशों के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट साइन किया है।

भारत और यूरोप के चार देशों के बीच ट्रैंड समझौते में क्या है खास?

भारत और यूरोप के चार देशों के बीच ट्रैंड समझौते में ये चारों देश भारत में अगले 15 सालों में सौ अरब डॉलर का निवेश कर सकेंगे। ईएफटीए समझौते के अंतर्गत व्यापारिक संबंध के साथ-साथ भारत के लिए नए रास्ते खुलेंगे। भारत की निर्यातक कंपनियों और उद्योगपतियों को इन चारों देशों में अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के मौके मिलेंगे। इस समझौते के अंतर्गत ईफटीए ने भारत के 99.6% निर्यात और 92% टैरिफ लाइन को टैरिफ फीस पर छूट देने का फैसला किया है।

Efta के अंतर्गत 99.6% निर्यात और 92% टैरिफ लाइन टैरिफ पर छूट प्रदान करने से क्या-क्या होगा सस्ता?

Efta के अंतर्गत भारत में 99.6% निर्यात और 92% टैरिफ लाइनों पर छूट प्रदान की जायेगी। इस समझौते की अंतर्गत मिली छूट से यूरोपीय चॉकलेट, वाइन, बिस्किट, ड्राई फ्रूट्स के साथ-साथ सब्जियां भी सस्ती होगी। इस एग्रीमेंट के अंतर्गत कॉफी और घड़ी जैसी चीज भी सस्ती हो जाएगी। भारतीयों के लिए इंजीनियरिंग गुड्स, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, केमिकल और प्लास्टिक प्रोडक्ट्स भी सस्ते हो सकते हैं।

किन क्षेत्रों को इफटीए समझौते के अंतर्गत नहीं रखा गया है?

गोल्ड के क्षेत्र में कोई बदलाव नहीं किया गया है क्योंकि भारत का ईफटीए से 80% से अधिक गोल्ड का इंपोर्ट होता है। कुछ क्षेत्रों को इस समझौते के अंतर्गत नहीं रखा गया है। फार्मा और मेडिकल डिवाइसेज, डेयरी प्रोडक्ट, प्रोसेस्ड फूड, सोया, कोल, कृषि उत्पादों पर इस समझौते का कोई असर नहीं पड़ेगा।

भारत ने अभी तक कितने ईफटीए साइन किए हैं?

भारत ने अभी तक पांच एफटीए साइन किये हैं।भारत ने अब तक 16 देश के साथ एफडीए साइन किए हैं भारत अभी तक श्रीलंका, भूटान, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, कोरिया, जापान ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात, मॉरीशस और आशियान देशों के साथ ईएफटीए साइन कर चुका है। 2014 के बाद भारत ने पाच ईफटीए साइन किए हैं। मॉरीशस यूएई यूके और ऑस्ट्रेलिया के साथ इन पांच आईफटीए को साइन किया गया है।

 आईटी शिक्षा बिजनेस के क्षेत्र में मिलेंगे नए अवसर 

भारत का आईटी आईटी क्षेत्र काफी स्ट्रॉन्ग है इस समझौते के अंतर्गत भारत को आईटी शिक्षा बिजनेस सेवाओं के अलावा ऑडियो विजुअल सेवाओं के लिए भी नए मौके मिल सकते हैं। समझौते के द्वारा भारतीय व्यक्तियों को सीए के क्षेत्र में, नर्सिंग के क्षेत्र में और आर्किटेक्चर के क्षेत्र में संभावनाएं मिल सकती हैं।

 

 

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