आपका चेहरा आपके स्वास्थ्य का दर्पण, क्या कहते हैं डार्क सर्कल और पिगमेंटेशन 

आपका चेहरा आपके स्वास्थ्य का दर्पण, क्या कहते हैं डार्क सर्कल और पिगमेंटेशन 

आपका चेहरा आपका स्वास्थ्य का दर्पण होता है डार्क सर्कल और पिगमेंटेशन जिसे हम एक साधारण स्किन प्रॉब्लम मान लेते हैं यह आपके शरीर की किसी बड़ी बीमारी की तरफ भी संकेत कर सकते हैं आईए जानते हैं

आपका चेहरा आपका स्वास्थ्य का दर्पण डार्क सर्कल और पिगमेंटेशन क्या बताते हैं आपके स्वास्थ्य के बारे में 

जब आपके शरीर में कोलेजन की कमी होने लगती है तब आपके चेहरे पर पिगमेंटेशन और आंखों के नीचे डार्क सर्कल दिखाई देने लगते हैं। उम्र बढ़ने का असर भी आपके शरीर पर पड़ता है आपके शरीर में कोलेजन की मात्रा कम होने लगती है। जिसके कारण आपके चेहरे पर पिगमेंटेशन और डार्क सर्कल आ सकते हैं। अगर आपके पेरेंट्स के चेहरे पर पिगमेंटेशन के निशान और डार्क सर्कल है तो आपके भी डार्क सर्कल और पिगमेंटेशन होने के काफी चांसेस है। 

कोलेजन की कमी होने से क्या असर पड़ता है शरीर पर? 

कोलेजन की कमी होने से सिर्फ चेहरे पर पिगमेंटेशन या आंखों के नीचे डार्क सर्कल ही नहीं आते इसके अलावा भी काफी सारे असर आपके शरीर पर देखने को मिलते हैं। कोलेजन की कमी से आपके जोड़ों में दर्द रहने लगता है। आप हमेशा थके हुए सुस्त और कमजोर महसूस करते हैं।

क्या योगदान है कोलेजन का हमारे स्वास्थ्य पर ?

कोलेजन हमारी त्वचा की कसावट और हड्डियों की मजबूती के लिए जिम्मेदार होता है। कोलेजन हमारे जोड़ों को सहारा देने के लिए आवश्यक होता है। हमारे शरीर की मांसपेशियों को ऊर्जावान बनाने के लिए कोलेजन की आवश्यकता होती है। हमारी त्वचा की परतों में कोलेजन पाया जाता है जो कि हमें यंग और तरोताजा दिखाता है। हमारे बालों के निर्माण, त्वचा की चमक और आंखों की सुंदरता के लिए आवश्यक ऊतकों के निर्माण में भी कोलेजन आवश्यक होता है।

क्या हमारे जीवन शैली हमारे शरीर में कोलेजन के बनने को रोकने में सहायक है?

जी हां अगर हम अनियमित आहार, अनियमित दिनचर्या को अपने जीवन का हिस्सा बना लेते हैं तो धीरे-धीरे हम देखेंगे हमारे चेहरे की चमक खोने लगेगी। अधिक धूमपान करने से निकोटीन में मौजूद हानिकारक तत्व शरीर की कोलेजन उत्पादक क्षमता को प्रभावित करते हैं। सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों का असर भी कोलेजन पर पड़ता है। अत्यधिक मात्रा में रिफाइन शुगर और कार्बोहाइड्रेट के प्रयोग से भी शरीर की कोलेजन उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है। आप अगर अधिक तनाव में रहते हैं तो भी आपके शरीर की कॉलेजन उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है।

कैसे शरीर में कॉलेजन फिर से बन सकता है ?

कोलेजन उत्पादन के लिए हमें विटामिन खनिज और अमीनो एसिड से भरपूर भोजन का प्रयोग करना चाहिए। अगर आप नॉनवेज खाते हैं तो मुर्गा और मछली का मीट खा सकते हैं। खट्टे फल, लहसुन, फलियां और ड्राई फ्रूट शरीर में कोलेजन उत्पादन क्षमता को बढ़ाते हैं।

कोलेजन के साथ-साथ प्रोटीन भी है डार्क सर्कल और पिगमेंटेशन के लिए जिम्मेदार 

अगर आपके शरीर में प्रोटीन की कमी होती है तो डार्क सर्कल पिगमेंटेशन के अलावा आपको किडनी और लीवर की समस्याएं भी हो सकती है। आपके चेहरे पर झुरियां पड़ सकती है। अगर आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं होगा तो आपको आवश्यक अमीनो एसिड भी नहीं मिल पाएंगे जिससे आपका प्रोटीन निर्माण भी बाधित होगा। जिसका असर आपके कोलेजन निर्माण पर भी पड़ेगा।

क्या असर पड़ सकता है आपके स्वास्थ्य पर प्रोटीन की कमी का 

 प्रोटीन की कमी होने के कारण आपके शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं है जिसके कारण आपके हाथ पैरों में सूजन रह सकती है। शरीर में एलब्यूमिन नामक प्रोटीन की कमी से तरल पदार्थ ऊंतको में जमा होने लगता है। जिसके कारण शरीर में हाथ पैरों में सूजन आती है। कैरेटीन नामक प्रोटीन की कमी से आपके बाल पतले और कमजोर होने लगते हैं और नाखून टूटने लगते हैं।

 प्रोटीन की कमी से आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है। जिसके कारण बार-बार बीमार हो सकते हैं। शरीर में लगी चोट और अन्य घाव भी प्रोटीन की कमी के कारण देर से भरते हैं। बच्चों के विकास के लिए भी प्रोटीन अति आवश्यक है। 

प्रोटीन की कमी को कैसे दूर करें 

मांस, मछली, अंडे, डेरी, प्रोडक्ट के अलावा दाल, बीन्स, ड्राई फ्रूट्स, सोयाबीन और उसके बने प्रोडक्ट प्रोटीनकी कमी को दूर करने में सहायकहोते हैं।

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