SCO (शंघाई शिखर सम्मेलन) में चीन भारत रूस आए एक साथ 

China, India and Russia came together in SCO(Shanghai Summit)

SCO (शंघाई शिखर सम्मेलन) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक साथ मंच पर शामिल हुए। आइए जानें क्या हुआ शंघाई शिखर सम्मेलन में

SCO (शंघाई शिखर सम्मेलन) में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बीच दिखा गजब का सामंजस्य 

शंघाई शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी और चीन और रूस के राष्ट्रपति तीनों एक साथ नजर आए। तीनों को एक साथ गर्मजोशी से व्यवहार करते हुए देखा गया। शंघाई शिखर सम्मेलन में चीन, भारत, रूस जैसे विकासशील देशों के साथ दुनिया की लगभग आधी आबादी जुड़ी हुई है जो कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के एक चौथाई हिस्से का नेतृत्व करती है। 

शंघाई शिखर सम्मेलन में उम्मीद है किस विषय पर होगी मुख्य वार्ता 

शंघाई शिखर सम्मेलन में दुनिया भर की निगाहें टिकी हुई है इस सम्मेलन में 10 सदस्य देशों के अलावा कई आमंत्रित वैश्विक नेता अपनी बातें रखेंगे। इस बार 10 सदस्य देशों के अलावा 20 विदेशी नेताओं को भी चीन ने इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और 10 अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को भी इस शिखर सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया गया है। इस शिखर सम्मेलन में अमेरिका द्वारा लगाया जा रहा टैरिफ मुख्य मुद्दा हो सकता है।

चीन के राष्ट्रपति ने कहा-हम धमकाने वाली सोच का विरोध करते हैं 

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा हमें अपने विकास रणनीतियों को बेहतर तरीके से जोड़ने की आवश्यकता है। हमें बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के उच्च गुणवत्ता वाली क्रिएशन को बढ़ावा देना चाहिए। SCO देश के सदस्यों ने SCO संगठन के विकास और आपसी सहयोग से ऐतिहासिक और क्रांतिकारी उपलब्धियां हासिल की है। आज यह दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन बन गया है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा यह संगठन आतंकवाद, अलगाववाद, उग्रवाद के खिलाफ है।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का कहना एससीओ देशों की इकोनॉमी 30 ट्रिलियन डॉलर 

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा एससीओ देशों की संयुक्त अर्थव्यवस्था अब लगभग 30 ट्रिलियन डॉलर पहुंच चुकी है। संगठन का वैश्विक आर्थिक प्रभाव निरंतर बढ़ रहा है। जिनपिंग ने एससीओ विकास बैंक की जल्द से जल्द स्थापना करने का आह्वान किया। शी जिनपिंग ने सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए एक नए केंद्र की स्थापना का भी प्रस्ताव रखा। चीन अब एससीओ देशों में लगभग 84 अरब डॉलर से अधिक निवेश कर चुका है। सभी एससीओ देश मित्र और भागीदार हैं। चीन के राष्ट्रपति ने सभीएससीओ देश के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे आपसी मतभेद का सम्मान करें। रणनीति संवाद बनाए रखें , आम सहमति बनाए रखें और एकता को मजबूत करें।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा हमने देखा पहलगाम में आतंकवाद का घिनौना रूप 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा हम आतंकवाद का दंश झेल रहे हैं। कितनी ही माताओं ने अपने बच्चे खोये और कितने ही बच्चे अनाथ हो गए। हमने हाल ही में पहलगाम में आतंकवाद का घिनौना रूप देखा है। यह हमला केवल भारत की आत्मा के साथ नहीं हुआ था बल्कि मानवता में विश्वास करने वाले हर देश और हर व्यक्ति के लिए यह चुनौती था। ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है क्या कुछ देशों द्वारा आतंकवाद का खुला समर्थन हमें स्वीकार हो सकता है। हमें स्पष्ट और एक सुर में कहना होगा हमें आतंकवाद पर कोई भी डबल स्टैंडर्ड स्वीकार्य नहीं है। हमें मिलकर आतंकवाद का हर रंग और हर रूप में विरोध करना होगा यह मानवता के प्रति हमारा दायित्व है।

SCO (शंघाई शिखर सम्मेलन) में प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम हमले में मिले समर्थन में किया आभार व्यक्त 

SCO (शंघाई शिखर सम्मेलन) में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा सुरक्षा, शांति और स्थिरता किसी भी देश के विकास का आधार है। आतंकवाद और अतिवाद बड़ी चुनौतियां हैं। आतंकवाद केवल किसी देश की सुरक्षा के लिए ही नहीं बल्कि पूरी मानवता के लिए एक साझा चुनौती है। कोई देश, कोई समाज, कोई नागरिक इससे खुद को सुरक्षित नहीं समझ सकता। इसीलिए भारत ने आतंकवाद से लड़ाई में एकता पर बल दिया है। हमने संयुक्त सूचना अभियान का नेतृत्व करके अलकायदा और उससे जुड़े आतंकवादी संगठनों से लड़ने की पहल की। हमने आतंकवाद के विश्लेषण के खिलाफ आवाज उठाई। इसमें मिले समर्थन के लिए मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं। 

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