रूस और यूक्रेन युद्ध ,रूस ने यूक्रेन पर छोड़े 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें, आज भारत के विदेश मंत्री जयशंकर रूसी विदेश मंत्री से करेंगे बात 

रूस और यूक्रेन का युद्ध नहीं रहा थम, कल रूस ने यूक्रेन पर छोड़े 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें, आज भारत के विदेश मंत्री जयशंकर रूसी विदेश मंत्री से करेंगे बात

रूस ने यूक्रेन पर कल 574 ड्रोन और 40 मिसाइल छोड़ी यूक्रेनी वायुसेना ने इस विषय में बताया है, वही आज रूस और भारत के विदेश मंत्री मास्को में मिलने वाले हैं आइए जानें थोड़ा सा और इस विषय में

रूस ने यूक्रेन पर कल 574 ड्रोन और 40 मिसाइल छोड़ी

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध विराम को लेकर आधी दुनिया अपनी चिंता जता चुकी है 15 अगस्त को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बीच एक मीटिंग हुई थी जिसमें कुछ मुद्दों पर पुतिन ने अपनी सहमति जताई थी। 18 अगस्त को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं की बैठक में इस युद्ध को रोकने पर विचार विमर्श किया गया था। डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में पुतिन और जेलेंस्की आपस में मिलने के लिए तैयार हुए थे ऐसे में पहले यूक्रेन का रस पर और फिर रूस का यूक्रेन पर हमला अचरज में डालने वाला है।

रूस का कहना 20 अगस्त को यूक्रेन ने किए थे ड्रोन हमले

रूस का कहना है कि यूक्रेन ने 20 अगस्त को रूस के कब्जे वाले पावर प्लांट पर ड्रोन हमले किए थे जिसके कारण वहां की बिजली चली गई थी। यूक्रेन द्वारा की गई इस कार्यवाही के जवाब में आज 21 अगस्त को रूस ने यूक्रेन पर ड्रोन हमले किए। रूस ने यूक्रेन के कई इलाकों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए। 

क्या कहना है रूस का इस विषय में 

रूसी विदेश मंत्री का कहना है कि अगर यूक्रेन को पश्चिमी देशों द्वारा सुरक्षा गारंटी देने की चर्चा में रूस शामिल नहीं होता तो यह बेकार कोशिश होगी क्योंकि रूस के बिना अमेरिका भी जानता है की सुरक्षा गारंटी पर चर्चा सिर्फ एक सपना है।

आज मास्को में मिलेंगे रूस और भारत के विदेश मंत्री

एस जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री सगेंई ड़ी लावरोव आपस में मिलने वाले हैं। भारत और रूस लंबे समय से अच्छे दोस्त हैं जब भी भारत को आवश्यकता होती है रूस हमेशा भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होता है अभी हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर में भी यह बात सबके सामने अच्छी ही गई है ऐसे में जब अमेरिका ने भारत पर रूस से तेल खरीदने पर 50% टैरिफ शुल्क लगा दिया है ऐसे में भारत रूस के साथ-साथ चीन से भी अपने संबंध ठीक करना चाहता है। इसी सिलसिले में भारत के विदेश मंत्री मास्को गए हैं। 

भारत के विदेश मंत्री या जयशंकर गए हैं तीन दिवस के आधिकारिक दौरे पर 

भारत के विदेश मंत्री की यह 3 दिनों की रूस यात्रा है। इस यात्रा में भारत के विदेश मंत्री रूस के विभिन्न विद्वानों और प्रतिनिधियों से मिल रहे हैं। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने द्वितीय विश्व युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी है और भारत रूस अंतर सरकारी आयोग की बैठक की सह अध्यक्षता भी की है।

 भारत के विदेश मंत्री 19 अगस्त को पहुंचे थे रूस

एस जयशंकर 19 अगस्त को रूस पहुंचे थे। जहां उन्होंने कल भारत रूस अंतर सरकारी आयोग के 26वें सत्र की सह अध्यक्षता की। इस सत्र में दोनों देशों के आपसी व्यापार ,आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग के साथ-साथ सांस्कृतिक सहयोग को भी परस्पर बढ़ाने के विषय में विचार विमर्श हुआ। एस जयशंकर ने रूस के प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मांटुरोव के साथ भारत रूस बिजनेस फोरम को संबोधित किया। जहां पर दोनों देशों ने मिलकर व्यापार और निवेश के नए अवसरों को तलाशने के विषय में भी बात की।

आज दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की होगी विशेष वार्ता 

आज भारत और रूस के विदेश मंत्री आपस में मिलेंगे दोनों देशों की वार्ता भारत और रूस की रणनीतिक साझेदारी को और विकसित करने के लिए की जा रही है। 

आज किन मुद्दों पर होगी भारत और रूस के विदेश सचिवों की बात 

आज भारत और रूस के विदेश सचिव सुदर्शन चक्र प्रोजेक्ट के विषय में बात कर सकते हैं। अभी हाल ही में 15 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुदर्शन चक्र प्रोजेक्ट के विषय में बात की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि यह भारत का सुरक्षा कवच बनकर सुरक्षा प्रदान करेगा। यह वैसा ही होगा जैसे कि इजरायल का आयरन डोम। इस विषय में रूस का कहना है कि रूस भारत के डिफेंस सिस्टम भारत सुदर्शन चक्र का हिस्सा बनने की उम्मीद करता है। भारत और रूस के बीच में एस 400 और एस 500 के विषय में भी बात हो सकती है।

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