मुंबई में मंगलवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी। सबसे बड़ा असर छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (CSMIA) पर देखने को मिला, जहां 250 से अधिक उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ।
Flight Radar के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 155 प्रस्थान उड़ानों और 102 आगमन उड़ानों में देरी हुई है। इसके अलावा कई फ्लाइट्स को डायवर्ट भी किया गया। सुबह 9 बजे से 9:50 बजे के बीच कम से कम 8 फ्लाइट्स को अन्य हवाई अड्डों पर मोड़ा गया, जबकि कई को ‘गो-अराउंड’ की स्थिति का सामना करना पड़ा — यानी विमान लैंडिंग के समय वापस आसमान में लौट गया।
यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं
भारी बारिश के चलते मुंबई के कई निचले इलाकों में जलजमाव हो गया है, जिससे सड़कों पर ट्रैफिक जाम और लोकल ट्रेनों की रफ्तार पर असर पड़ा। यात्रियों को न सिर्फ एयरपोर्ट पहुंचने में परेशानी हुई, बल्कि उन्हें लगातार फ्लाइट्स के अपडेट पर भी नजर रखनी पड़ी।
इंडिगो, अकासा एयर और स्पाइसजेट जैसी प्रमुख एयरलाइनों ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे यात्रा से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति जांचें और संभव हो तो समय से काफी पहले एयरपोर्ट के लिए रवाना हों।
सरकारी प्रतिक्रिया और चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मुंबई और आसपास के क्षेत्रों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है, जिसमें अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इसके चलते:
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स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।
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BMC और मुंबई पुलिस ने सरकारी दफ्तरों में उपस्थिति न रखने की सलाह दी है।
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निजी संस्थानों से वर्क फ्रॉम होम अपनाने की अपील की गई है।
एयरपोर्ट पर स्थिति
घटना | विवरण |
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उड़ानों में देरी | 155 डिपार्चर, 102 अराइवल में देरी |
डायवर्जन | 8 फ्लाइट्स अन्य शहरों को डायवर्ट |
‘गो-अराउंड’ | 11 फ्लाइट्स ने लैंडिंग छोड़ वापसी की |
ट्रैफिक और जलजमाव | शहर भर में भारी जलभराव और जाम |
क्या करें यात्री?
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फ्लाइट अपडेट: यात्रा से पहले एयरलाइंस की वेबसाइट या ऐप पर स्थिति की पुष्टि करें।
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समय से रवाना हों: ट्रैफिक और बारिश को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त समय निकालें।
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सुरक्षा का ध्यान रखें: जहां तक संभव हो, सार्वजनिक परिवहन या सुरक्षित मार्ग का उपयोग करें।
निष्कर्ष
मुंबई में बारिश एक आम बात है, लेकिन इस बार की तेज़ बारिश ने शहर की बुनियादी सेवाओं को गंभीर रूप से बाधित कर दिया है। हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह समय सतर्कता और योजना का है। मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों को नजरअंदाज न करें, और यात्रा से पहले पूरी तैयारी सुनिश्चित करें।