पुतिनऔर ट्रंप की मुलाकात के बाद अब जेलेंस्की मिलेंगे अमेरिका में ट्रंप से 

पुतिन ट्रंप की मुलाकात के बाद अब जेलेंस्की मिलेंगे अमेरिका में ट्रंप से

पुतिन और ट्रंप की मुलाकात के बाद अब जेलेंस्की अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप से मिलने जाने वाले हैं 

पुतिन और ट्रंप की मुलाकात अलास्का में हुई 15 अगस्त को 

पुतिन और ट्रंप की मुलाकात 15 अगस्त को अलास्का में हुई थी। इस बैठक का नतीजा सकारात्मक तो नहीं निकला लेकिन कई मुद्दों पर आपसी सहमति हो पाई थी। अब आगे की रणनीति के लिए जेलेंस्की पर काफी चीजें निर्भर करती हैं। इसी मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की डोनाल्ड ट्रंप से अमेरिका में मुलाकात करने जाने वाले हैं। 

इस वार्ता के विषय में क्या कहना है डोनाल्ड ट्रंप का 

डोनाल्ड ट्रंप ने मुलाकात के कुछ समय बाद ही डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि सबसे अच्छा तरीका शांति समझौता है। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि युद्ध को समाप्त करने का युद्ध विराम स्थाई तरीका नहीं है सबसे अच्छा और सही तरीका समग्र शांति समझौता ही है। 

ट्रंप और यूरोपीय देश रहे हैं युद्ध विराम के पक्षधर 

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के सहयोगी यूरोपीय देश अभी तक किसी भी शांति वार्ता से पहले युद्ध विराम का आवाहन करते रहे हैं। ऐसे में अब डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि युद्ध विराम को समाप्त करने का सबसे अच्छा तरीका समग्र शांति समझौता है। डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच हुई बातचीत को जेलेंस्की ने लंबी और सार्थक बातचीत बताया है।

डोनाल्ड ट्रंप और जेलेंस्की मिलेंगे अमेरिका के व्हाइट हाउस में 

जेलेंस्की सोमवार को व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप से मिलने वाले हैं। डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के बाद ही तय होगा की जेलेंस्की और पुतिन की बैठक होगी या नहीं। जेलेंस्की ने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहता है तो हम राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक बैठक सुनिश्चित करेंगे।

ट्रंप का कहना युद्ध समाप्त करने का निर्णय ले सकते हैं जेलेंस्की

जेलेंस्की से मिलने से पहले कल डोनाल्ड ट्रंप ने कहा यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की चाहे तो रूस के साथ युद्ध लगभग तुरंत समाप्त कर सकते हैं या फिर लड़ाई लंबी जारी रख सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है अगर जेलेंस्की चाहे तो युद्ध को तुरंत समाप्त करने का विकल्प चुन सकते हैं लेकिन रूसी कब्जे वाले क्रीमिया को वापस लेना या नाटो में शामिल होना यूक्रेन के लिए संभव नहीं है। 

अमेरिका देगा यूक्रेन को नाटो जैसी सुरक्षा पुतिन भी सहमत 

पुतिन ने इस बात पर सहमति जताई है कि अमेरिका और यूरोपीय देश यूक्रेन को नाटो की तरह सुरक्षा दे सकते हैं। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है की रूसी राष्ट्रपति पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बैठक में इस बात की सहमति हुई है कि अमेरिका यूरोपीय देश यूक्रेन को नाटो जैसी सुरक्षा दे सकते हैं बशर्ते यूक्रेन नाटो का हिस्सा ना बने इस बात पर पुतिन भी सहमत हो गए हैं। 

अमेरिका की राजनीतिक स्टीव विटकॉफ ने कहा ऐसा पहली बार हुआ है

अमेरिका के राजनीतिक स्टीव विटकॉफ जो कि अलास्का की बैठक में शामिल थे उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब रूस यूक्रेन को सुरक्षा देने पर सहमत हो रहा है और यह गेम चेंजिंग है। हम इस बात पर सहमति बनाने में सफल हुए कि अमेरिका आर्टिकल 5 प्रोटेक्शन यूरोपीय को दे सकता है। यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की वजह सुरक्षा ही है। 

रूस नहीं चाहता यूक्रेन को नाटो की सदस्यता देना 

रूस यूक्रेन को नाटो की सदस्यता नहीं लेने देना चाहता ऐसे में आर्टिकल 5 जैसी सुरक्षा को स्वीकार करना भी एक बड़े परिवर्तन का सूचक माना जा रहा है। 

आर्टिकल 5 में किस श्रेणी की सुरक्षा मिल रही है यूक्रेन को 

आर्टिकल 5 श्रेणी सुरक्षा का अर्थ है कि नाटो के 32 सदस्यों में से अगर किसी भी देश पर हमला होता है तो ऐसा माना जाएगा कि सभी सदस्य देशों का हमला हुआ है। यूक्रेन और यूरोपीय देश चाहते हैं कि अगर यूक्रेन में युद्ध विराम को लेकर कोई भी सहमति बनती है तो यूक्रेन को सुरक्षा की गारंटी अवश्य मिलनी चाहिए और यह आर्टिकल 5 सुरक्षा की गारंटी ही है। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने अभी यह निश्चित नहीं किया है कि वह यूक्रेन को पूरी सुरक्षा की गारंटी देने को तैयार है या नहीं। 

पुतिन ने रखी थी डोनाबास की डिमांड 

सूत्रों की माने तो रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के डोनाबास क्षेत्र की डिमांड रखी है और डोनाल्ड ट्रंप डोनाबास के कुछ खास इलाकों को रूस को देने के लिए दबाव बना सकते हैं। 

यूक्रेन और ट्रंप की मीटिंग में कौन-कौन शामिल होगा 

यूक्रेन और अमेरिका के राष्ट्रपति की होने वाली मीटिंग में फ्रांस ब्रिटेन, जर्मनी के नेता भी शामिल हो सकते हैं। हाल ही में हुई ट्रंप और पुतिन की शिखर बैठक में यूक्रेन के किसी भी नेता को शामिल न किए जाने के बाद अब फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के नेता उनके समर्थन में इकट्ठे हो रहे हैं। इन सारे नेताओं को एक साथ मिलना इस चीज का भी प्रयास है कि डोनाल्ड ट्रंप और जेलेंस्कीके बीच में हुई फरवरी वाली तीखी झड़प दोबारा ना हो पाए।

 

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