Sunday, June 1, 2025
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सीरिया अब रूस की जगह यूएई और जर्मनी से छपवाने की कर रहा है प्लानिंग 

अभी तक सीरिया रूस से ही करेंसी छपवाता था लेकिन अब विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि अब वह यूएई और जर्मनी से अपनी करेंसी छपवाने की योजना बना रहा है। सीरिया का यह कदम गल्फ और पश्चिमी देशों से अपने संबंधठीक करने की दिशा में उठाये गये क़दमों में से एक लगता है। सीरिया ने अभी हाल ही में यूएई के साथ पोर्ट बनाने के लिए 8000 मिलियन डॉलर का एक समझौता भी किया है। 

 क्य है सीरिया की योजना

सीरिया अभी तक रूस से अपनी मुद्रा छपवा रहा था। लेकिन अब सीरिया का नया नेतृत्व प्रतिबंधों में छूट मिलने से खाड़ी और अरब देशों के प्रति और साथ ही साथ पश्चिमी देशों के प्रति भी अपने संबंधों कोमजबूत बनाने की दिशामें अग्रसरहोता नजर आ रहा है। 

सीरियाई अधिकारी नए नोट बनाने के लिए बात कर रहे हैं यूएई में 

 सीरियाई अधिकारी अपने नये डिजाइन वाले बैंक नोट बनाने के लिए यूएई की कंपनियों से बात कर रहेहैं। यूएई की कंपनीयोंसे सीरिया की बात चल रही है। विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि सीरिया के केंद्रीय बैंक के गवर्नर और वित्त मंत्री ने इस महीने यूएई का दौरा किया था।

 क्या सीरिया का यह कदम रूस से अलग होने की तरफ इशारा है

सीरिया व रूस काफी लंबे समय से साथ हैं। लेकिन नए नेतृत्व के सीरिया का कार्यकाल संभालने के बाद स्थितियां बदलती हुई नजर आ रही है। रूस ने 13 साल के संघर्ष के दौरान सीरिया की मुद्रा छापी थी और यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों के बाद यूरोपीय प्रिंटर के साथ सीरिया के अनुबंध को रोक दिए जाने के बाद रूस ने सीरिया की मदद की थी। सीरिया की मुद्रा अपने यहां छाप कर रूस नेसीरिया कीमुश्किल समय में मदद की थी

। रूस ने सीरिया की न सिर्फ मुद्रा छापने में मदद की बल्कि उसे हर तरह सेमदद करता रहा। वित्तीय रूप से भी रूस ने सीरिया की लगातार मदद की।अभी भीरूस की सीरिया में अपनी सैन्य उपस्थिति लगातार बनी हुई है। अब देखने का विषय यह है कि रूस और सीरिया के संबंध अमेरिका द्वारा प्रतिबंध हटाए जाने के बाद कैसे रहने वाले हैं।

क्या कहना है जर्मनी का सीरिया की मुद्रा छापने के विषय में 

एक यूरोपीय अधिकारी के अनुसार दो जर्मन कंपनियां बुंडेसड्करेंई और गीसेके डेबरिएंट की बात सीरिया की मुद्रा छापने के विषय में चल रही है। लेकिन अभी दोनों कंपनियों ने इस विषय में किसी भी बात को सार्वजनिक नहीं किया है।

क्या संयुक्त अरब अमीरात और जर्मनी सीरिया की करेंसी छापने के लिए राजी हैं?

संयुक्त अरब अमीरात की विदेश मंत्रालय और जर्मनी की सरकार ने सीरिया के अधिकारियों के अनुरोध के विषय में अभी तक अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

कैसी होगी सीरिया की नई मुद्रा 

सीरिया के नई डिजाइन वाले नोटों में अब सीरिया के पिछले राष्ट्रपति बसर अल असद की छवि नहीं होगी। अभी भी सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बसर अल असद की फोटो वाला नोट ही प्रचलन में चल रहा है।

सीरिया की मुद्रा बदलना क्या दिखा रहा है? 

 सीरिया अब अपने नए नोट निकालना चाहता है। सीरिया अपने नए नोट रूस से न छपवा कर जर्मनी या संयुक्त अरब अमीरात से छपवाना चाहता है। यह सभी बातें सीरिया के बदलते अंतरराष्ट्रीय संबंधों की तरफ संकेत करती है। अभी हाल ही में सीरिया ने अपने बंदरगाह के विकास के लिए संयुक्त अरब अमीरात के डीपी वर्ल्ड के साथ 800 मिलियन डॉलर की डील भी साइन की है।

सीरिया ने काफी समय बाद कोई विदेशी डील हासिल की है।यह डील ऐसे समय में फाइनल हुई है जब अमेरिका के राष्ट्रपति ने सीरिया की अर्थव्यवस्था पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के विषय में बात की है। 

यूरोपीय संघ ने भी हटाए कुछ प्रतिबंध सीरिया से 

यूरोपीय संघ ने भी अभी हाल में ही सीरिया से कुछ वित्तीय प्रतिबंधों को हटा लिया है। प्रतिबंधों में से एक सीरिया को यूरोपीय कंपनियों के माध्यम से मुद्रा छापने से रोकना भी था।

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