रिसिप्रोकल टैरिफ पर ट्रंप का नया बयान: “हमारा जो मन होगा, हम वही करेंगे”,अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रिसिप्रोकल टैरिफ को लेकर 9 जुलाई की डेडलाइन पर नया बयान देकर सबको असमंजस में डाल दिया है। ट्रंप ने दो टूक कहा है, “हमारा जो मन होगा, हम वही करेंगे।”
क्या टैरिफ डेडलाइन की तारीख बढ़ सकती है?
डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट किया कि 9 जुलाई कोई अंतिम तारीख नहीं है। इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है या फिर समय से पहले भी समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “यह इस बात पर निर्भर करेगा कि व्यापार वार्ता किस दिशा में जाती है।
“”हम जब चाहें, फैसला बदल सकते हैं”,व्हाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने स्पष्ट चेतावनी दी:
“हम जब चाहें फैसला बदल सकते हैं। चाहें तो इसे आगे बढ़ाएं या जल्दी खत्म करें। मैं चाहता हूं कि जल्द से जल्द कार्रवाई हो, और सभी देशों को सीधा पत्र भेजूं—बधाई हो, अब आप 25% टैक्स दे रहे हैं।”
यूरोपीय यूनियन को नया व्यापार प्रस्ताव
अमेरिका ने यूरोपीय यूनियन को एक नया व्यापार प्रस्ताव भेजा है। वहीं भारत ने व्यापार वार्ता के लिए वॉशिंगटन में अपना प्रतिनिधिमंडल भेजा है। माना जा रहा है कि जून के अंत तक ट्रंप यूरोपीय देशों के प्रति और सख्त रुख अपना सकते हैं। उन्होंने EU से आने वाले उत्पादों पर 50% तक आयात शुल्क लगाने की चेतावनी दी है।
डोनाल्ड ट्रंप का बदलता रुख क्या दर्शाता है?
डोनाल्ड ट्रंप का यह रवैया दर्शाता है कि वे एक बार फिर पूरी तरह व्यापार नीति पर फोकस कर रहे हैं। कल तक जहां वे मध्य-पूर्व में शांति स्थापना की बात कर रहे थे, आज टैरिफ को लेकर आक्रामक बयान दे रहे हैं। यह बदलता स्वरूप अमेरिकी प्रशासन की प्राथमिकताओं में तीव्रता और लचीलापन—दोनों को दर्शाता है।
अमेरिकी वित्त मंत्री का बयान
अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेट ने कहा, “हमें कई देशों से प्रस्ताव मिल रहे हैं। हमारे पास 18 प्रमुख साझेदार देश हैं, जिनसे व्यापार संबंधों को आगे बढ़ाया जा सकता है। अगर हम इनमें से 10 या 12 देशों के साथ स्थायी समझौते कर लेते हैं, तो हो सकता है कि लेबर डे तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाए।”
8 जुलाई को खत्म हो रही है टैरिफ छूट की समय-सीमा
ट्रंप ने 25 अप्रैल को विदेशी आयातों पर रिसिप्रोकल टैरिफ लगाने से पहले 90 दिनों की छूट दी थी, जो 9 जुलाई को समाप्त हो रही है। इस दौरान टैरिफ को 10% तक सीमित रखा गया था, ताकि देशों को व्यापार समझौतों के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
कनाडा के डिजिटल टैक्स के बाद अमेरिका ने टैरिफ वार्ता रोकी
कनाडा ने अमेरिकी टेक कंपनियों—अमेज़न, गूगल और मेटा—पर 3% का डिजिटल टैक्स लगा दिया है, जिससे इन कंपनियों पर करीब 2 अरब डॉलर का अतिरिक्त बोझ पड़ा है। इस निर्णय से नाखुश ट्रंप प्रशासन ने कनाडा के साथ चल रही टैरिफ वार्ता को रोक दिया है। ट्रंप ने कहा, “यह अमेरिकी तकनीकी कंपनियों पर सीधा हमला है। हम अगले सप्ताह कनाडा पर नए टैरिफ लागू करेंगे।”
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीति एक बार फिर केंद्र में आ गई है। जहां एक ओर वे लचीलापन दिखा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनका आक्रामक रुख यह संकेत दे रहा है कि अमेरिका अपने हितों को प्राथमिकता देने में कोई समझौता नहीं करेगा। आने वाले हफ्ते वैश्विक व्यापार समीकरणों के लिए निर्णायक हो सकते हैं।