भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने दी भारत को अगला चीन न बनने की चेतावनी , क्यों कहा रघुराम राजन ने भारत को अगला ड्रैगन न बनने के लिए आईए जानते हैं इस बारे में और
रघुराम राजन का कहना भारत को अगला चीन बनने का सपना छोड़ना होगा
भारत के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि भारत को अगला चीन बनने का महत्वाकांक्षी सपना देखना छोड़ना होगा। भारत को अब मैन्युफैक्चरिंग की जगह सेवाओं पर अपना ध्यान देना चाहिए। भारत सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग की रणनीति पर निर्भर रहकर रोजगार नहीं दे सकता।
रघुराम राजन का कहना कौशल विकास पर फोकस करना आवश्यक
रघुराम राजन का कहना है कि भारत को मैन्युफैक्चरिंग की जगह सेवाओं और कौशल विकास पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस समय जो परिस्थितियों चल रही है उनके कारण कम लागत वाली फैक्ट्रियों में तरक्की हो पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया में अब एक और चीन की जगह नहीं है। दूसरे देश कम वेतन के साथ मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर भी दे रहे हैं।
अब असेंबलिंग जैसे मजदूरी वाले काम भी मशीनों से हो रहे हैं अब लोगों की नहीं मशीनों की देखभाल करने वालों की जरूरत है। अब ऐसे लोगों की आवश्यकता नहीं जो मशीनों की जगह काम करते हैं बल्कि ऐसे लोगों की आवश्यकता है जो मशीनों को ठीक कर सकें ।
रघुराम राजन ने कहा हम मैन्युफैक्चरिंग में ज्यादा नौकरियां की उम्मीद नहीं कर सकते
रघुराम राजन का कहना है कि दुनिया के हर देश में हर देश यही सोच विकसित हो रही है कि उन्हें अपना खुद का मैन्युफैक्चरिंग उद्योग विकसित करना है इसलिए अब हम इस क्षेत्र में ज्यादा नौकरियां की उम्मीद नहीं कर सकते। हर देश मैन्युफैक्चरिंग को लेकर राष्ट्रवाद की तरफ बढ़ रहा है।
रघुराम राजन का कहना भारत को फोकस बढ़ाने की आवश्यकता
रघुराम राजन का कहना है कि भारत में युवाओं की आबादी बढ़ रही है लेकिन नौकरियों के अवसर उसे अनुपात में नहीं बढ़ रहे हैं इस समय देश 6.6- 6.5% की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। यह पहले बहुत अच्छा था लेकिन अब सिर्फ इतना काफी नहीं है। अगर ग्रोथ रेट यही रही तो भारत का अमीर देश बना मुश्किल होगा।
अब भारत को दूसरे तरीकों पर फोकस करना पड़ेगा भारत पहले से ही हाई वैल्यू सर्विस में अच्छा काम कर रहा है भारत दुनिया की सर्विस एक्सपोर्ट का 4.5% देता है। ऐसा नहीं है कि यह सेक्टर सभी नौकरी चाहने वालों की उम्मीद पर खरा उतर पाए लेकिन आने वाले समय में तरक्की का यह एक अहम साधन हो सकता है।
रघुराम राजन का कहना सर्विसेज के विषय में सोचना आवश्यक
रघुराम राजन ने कहा कि रिपेयरिंग जैसी कम मुश्किल वाली घरेलू सर्विस लॉजिस्टिक, ट्रक ड्राइविंग, प्लंबिंग और रिपेयरिंग के क्षेत्र में भी सेवाएं देने की आवश्यकता है। अगर भारत में इन कामों के लिए लोगों को ट्रेनिंग मिले तो लाखों लोगों को रोजगार मिल सकता है। रघुराम राजन का कहना है कि जहां भी नौकरी मिले करो जहां भी नौकरी बना सको बनाओ।
भारत को उठाना होगा अब हर मौके का फायदा
रघुराम राजन का कहना है कि भारत को आगे बढ़ाने के लिए हर अवसर का फायदा उठाने की आवश्यकता है चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हो चाहे वह एक्सपोर्ट का क्षेत्र हो या घरेलू।
रघुराम राजन का कहना जी-20 में सबसे तेजी से बनने वाले देश हैं हम
भारत के आरबीआई के पूर्व गवर्नर का कहना है कि हम जी-20 में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले देश हैं लेकिन अभी भी हम प्रति व्यक्ति आय के मामले में सबसे अधिक गरीब है और इसे बदलने की आवश्यकता है। भारत को अब यह समझने की आवश्यकता है कि दुनिया बदल रही है सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस करने से काम आगे नहीं चलेगा।
अब हमें नए तरीके खोजने होंगे जिससे हमारा देश प्रगति कर सके। हमारे देश के लोगों को नौकरी मिल सके हमारे देश की उन्नति हो सके भारत को अपनी ताकत पहचान कर उसी के अनुसार आगे बढ़ना होगा।
आरबीआई के पूर्व गवर्नर का कहना भारत के लिए आवश्यक है कि वह अपनी नीतियों में बदलाव करें
आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का कहना है कि अब भारत के लिए जरूरी हो गया है कि वह अपनी नीतियों में बदलाव करें अब भारत को समझना होगा कि अगला चीन बनना संभव ही नहीं है। मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में अब हर देश अपनी खुद की यूनिट बनाना चाहता है ऐसे में हमें अपनी रणनीति बदलकर नए मौकों की तलाश करनी होगी और फायदे उठाने होंगे।