Friday, July 11, 2025
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डोनाल्ड ट्रंप ने की 6 नए देशों पर टैरिफ की घोषणा, भारत और अमेरिका के बीच आज संभव है टैरिफ डील 

 डोनाल्ड ट्रंप ने 6 नए देशों पर टैरिफ की घोषणा कर दी है। भारत और अमेरिका के बीच आज 9 जुलाई को टैरिफ डील संभव है। फिलीपींस, इराक, मोल्दोवा, इजरायल, अल्जीरिया, लीबिया, ब्रूनेई देशों पर नई टैरिफ दरें लागू कर दी गई है।

डोनाल्ड ट्रंप ने की 6 नए देशों पर टैरिफ की घोषणा, भारत और अमेरिका के बीच आज संभव है टैरिफ डील, डोनाल्ड ट्रंप ने 6 नए देशों पर टैरिफ की घोषणा कर दी है। भारत और अमेरिका के बीच आज 9 जुलाई को टैरिफ डील संभव है। फिलीपींस, इराक, मोल्दोवा, इजरायल, अल्जीरिया, लीबिया, ब्रूनेई देशों पर नई टैरिफ दरें लागू कर दी गई है।

डोनाल्ड ट्रंप ने 6 नए देशों पर की नए टैरिफ की घोषणा

डोनाल्ड ट्रंप ने 6 नए देश पर नए टैरिफ की घोषणा कर दी है। नया टैरिफ एक अगस्त 2025 से लागू हो जाएगा। डोनाल्ड ट्रंप जापान और साउथ कोरिया जैसे देशों पर टैरिफ की घोषणा कर चुके हैं। अब ये 6 देश भी उनकी टैरिफ की घोषणा में शामिल हो चुके हैं। फिलीपींस, इराक, मोल्दोवा, इजरायल, अल्जीरिया, लीबिया, ब्रूनेई देशों पर अलग-अलग टैरिफ की घोषणा की गई है।

 

डोनाल्ड ट्रंप ने किन देशों पर कितना टैरिफ लगाया? 

  • अमेरिका ने फिलीपींस पर 25% टैरिफ की घोषणा की है।
  •  ब्रुनेई पर 25 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा की है।
  •  मोल्दोवा पर 25% टैरिफ की घोषणा की है।
  •  इराक पर 30% टैरिफ की घोषणा की है।
  •  अल्जीरिया पर 30% टैरिफ की घोषणा की है।
  •  लीबिया पर 30% टैरिफ की घोषणा की है।

 इन देशों पर टैरिफ की घोषणा इन देशों को आधिकारिक पत्र भेज कर की गई है। इन 6 देश में सबसे अधिक टैरिफ सीमा 30% जो कि इराक, अल्जीरिया और लीबिया पर लागू की गई है। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि यह कदम अमेरिकी व्यापार हितों की रक्षा के लिए आवश्यक है।

आज हो सकता है भारत अमेरिका के बीच ट्रेड डील का ऐलान

भारत और अमेरिका के बीच एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर वार्ता चल रही है जिसका आज सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि वार्ता में टैरिफ निर्यात और व्यापार से जुड़ी बातें लगभग तय हो चुकी है।

भारत के लिए अमेरिकी टैरिफ डेडलाइन शायद 10 जुलाई संभव है 

अमेरिका ने अभी भारत का नाम टैरिफ वाले देशों में शामिल नहीं किया है। भारत के साथ अमेरिका की एक मिनी व्यापार वार्ता चल रही है अन्य देशों के लिए टैरिफ की डेडलाइन 1 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी गई है पर भारत को इसमें भी अभी शामिल नहीं किया गया है। जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों देशों के बीच आज टैरिफ डील का ऐलान संभव है।

भारत के लिए असमंजस की है स्थिति क्योंकि कई क्षेत्रों में बात नहीं है बनी 

इस ट्रेड डील को लेकर अभी असमंजस की स्थिति है क्योंकि कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहमति नहीं बन पाई है। भारत अपनी स्थिति से समझौता नहीं करना चाहता जबकि अमेरिका अपने नियम और शर्तें भारत पर लागू करना चाहता है। 

कितना टैरिफ होगा किस क्षेत्र में यह है अभी भविष्य के गर्भ में?

कितना टैरिफ किस क्षेत्र में देना होगा यह अभी भविष्य के गर्भ में है क्योंकि अभी अमेरिका ने भारत को कितना टैरिफ देना होगा इसके विषय में खुलकर कुछ नहीं कहा है लेकिन हां 26% रिसिप्रोकल टैरिफ पहले से ही भारत पर लगाया जा चुका है और भारत ब्रिक्स देशों में शामिल है तो डोनाल्ड ट्रंप कल ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि जो देश ब्रिक्स देशों में शामिल है उन्हें 10% अतिरिक्त टैरिफ देना पड़ेगा।

अगर इस हिसाब से देखा जाए तो भारत को 36% टैरिफ देना है यह तो डोनाल्ड ट्रंप पहले ही तय कर चुके हैं। 

क्या भारत को देना होगा 36% से अधिक टैरिफ या फिर डोनाल्ड ट्रंप देंगे कुछ रियायत?

 डोनाल्ड ट्रंप के विषय में कहा जाता है कि वह कभी भी अपने नियमों में बदलाव ला सकते हैं तो हो सकता है भारत के साथ संबंध सुधारने की दिशा में शायद टैरिफ कुछ कम हो जाए या फिर यह भी हो सकता है कि टैरिफ को और बढ़ा दिया जाए क्योंकि कल डोनाल्ड ट्रंप तांबे पर 50% टैरिफ की घोषणा कर चुके हैं और फार्मास्यूटिकल पर 200% टैरिफ की घोषणा भी उन्होंने कल ही की है।

डोनाल्ड ट्रंप लगा चुके हैं चीन और बांग्लादेश पर टैरिफ अब बारी है भारत की 

डोनाल्ड ट्रंप चीन पर 51% टैरिफ लगा चुके हैं और बांग्लादेश पर प्रतिशत 35% टैरिफ लगा चुके हैं। अब बारी भारत की है अगर डोनाल्ड ट्रंप भारत पर कुछ कम टैरिफ लगाते हैं तो इससे भारत को फायदा मिलेगा क्योंकि भारत को इन देशों से कम कंपटीशन करना पड़ेगा। लेकिन अगर डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ ज्यादा लगा दिया तो भारत मुश्किलों में पड़ सकता है।

अगर भारत को करना पड़ा कम टैरिफ का सामना तो क्या फायदा होगा भारत को?

अगर भारत को कम टैरिफ का सामना करना पड़ा तो भारत को टेक्सटाइल, दवाइयां, ज्वेलरी के लिए अमेरिकी बाजार मिल जाएगा। अगर 26% रिसिप्रोकल टैरिफ हटाया जाता है तो निर्यात भी सस्ता होगा। दोनों देशों के बीच में व्यापार 2030 तक 500 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। 

भारत के साथ अगर ट्रेड डील संभव होती है तो क्या फायदा होगा अमेरिका को?

भारत के साथ अगर अमेरिका की ट्रेड डील सफल होती है तो अमेरिका अपने पेकान नट्स, ब्लू बेरी, ऑटोमोबाइल जैसे प्रोडक्ट भारत में कम टैरिफ पर बेच पाएगा। अमेरिका को एशिया में मजबूत बाजार बनाने का ऑप्शन मिलेगा भविष्य के लिए संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। 

निष्कर्ष 

  • डोनाल्ड ट्रंप ने कल 6 नए देश को टैरिफ की घोषणा वाले पत्र भेजकर उन पर 25 से 30% टैरिफ की घोषणा कर दी है। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप 14 देश को टैरिफ के लिए पत्र भेज चुके हैं। आज 10 जुलाई है और उम्मीद जताई जा रही है कि आज भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील संभव है।
  • अगर यह ट्रेड डील सफल होती है तो भारत और अमेरिका दोनों एक दूसरे के लिए एक नया व्यापार मार्ग तैयार कर सकते हैं। अगर यह डील असफल रही तो भारत को कड़े टैरिफ नियमों का सामना करना पड़ सकता है जिसके कारण भारतीय अर्थव्यवस्था संकट में आ सकती है।

 

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