Tuesday, July 1, 2025
HomeFeaturedजीवनशैलीटू डू लिस्ट क्यों जरूरी है आपके जीवन में 

टू डू लिस्ट क्यों जरूरी है आपके जीवन में 

कभी-कभी ऐसा होता है कि हम पूरे दिन काम करते हैं फिर भी हमारा काम समय पर पूरा नहीं हो पाता। काम करते-करते हमारे पैरों में दर्द होने लगता है। लेकिन हमें लगता है कि समय हमारे हाथों से भाग रहा है।हमारा पूरा घर उल्टा पुल्टा हो जाता है। ऐसे में लगता है कि क्या हम इस लायक नहीं है कि पूरे घर और दफ्तर को संभाल सके लेकिन ऐसा नहीं है हम बहुत सारे कामों को एक साथ अपने ऊपर ले लेते हैं और फिर जो भी काम समय पर पूरा नहीं हो पाता है उसके लिए हम खुद को दोषी मानने लगते हैं।

टू डू लिस्ट जरूरी है आपके लिए 

अपने समय को और अपने काम को क्रमबद्ध तरीके से करने के लिए टू डू लिस्ट जरूरी है। टू डू लिस्ट एक ऐसी लिस्ट हैं जिसमें आप अपने पूरे दिन की दिनचर्या क्रमबद्ध तरीके से लिखते हैं। आप कितने समय में क्या काम करते हैं यह भी आप अपनी टू डू लिस्ट में लिखते हैं। 

क्यों जरूरी है टू डू लिस्ट बनाना? 

टू डू लिस्ट अपने काम को सही समय पर और सही तरीके से पूरा करने के लिए आवश्यक है।टू डू लिस्ट बनाने से अपने कामों को याद करने की भी सुविधा रहती है की आपको कौन-कौन से कम आज करने हैं। कितने समय में आपको अपने काम पूरे करने हैं ।टू डू लिस्ट से आप कामों को व्यवस्थित तरीके से कर सकते हैं अपने कामों की प्राथमिकता तय कर सकते हैं कि कौन सा काम आपको किस समय करना है। आपकी पूरी लिस्ट में

आपके सुबह उठना, मॉर्निंग वॉक करना, नाश्ता बनाना अपने सुबह के प्रोजेक्ट करना, पूजा करनादोपहर का जनरल लिखना और रात का भोजन बनाना सब शामिल होता है। यह सब आप अपनी टू डू लिस्ट में लिख सकते हैं और अपनी प्राथमिकता के अनुसार इसे आगे पीछे कर सकते हैं। आप अपनी पूरी लिस्ट अपनी डायरी, नोटबुक, मोबाइल पर या कंप्यूटर पर बना सकते हैं।

कैसे बनाएं टू डू लिस्ट ?

सबसे पहले डिसाइड करेंकि आपको अपनी टू डू लिस्ट कागज पर लिखनी है या कंप्यूटर पर लिखनी है। टू डू लिस्ट बनाने के लिए आपको दिन भर में जो भी काम करने हैं उन्हें कागज पर लिखना शुरू करना होगा ।या आप चाहे तो टू डू लिस्ट मोबाइल टैब या लैपटॉप पर भी लिख सकते हैं। 

अपने कामों को श्रेणी में डिवाइड करें ?

उसके बाद अपने कामों को अलग-अलग हिस्से में डिवाइड करें। आप सुबह दोपहर शाम रात के हिसाब से भी अपने काम को तय कर सकते हैं या फिर आप पर्सनल वर्क, फैमिली, जरूरत के हिसाब से भी अपने कामों की लिस्ट बना लें।

डिसाइड करें सबसे पहले क्या करना है 

अपनी प्राथमिकता तय करें अपने काम को एबीसीडी या 1234 के अनुसार डिवाइड करें 

क्या है एबीसीडीफॉर्मेट 

एबीसीडी फॉर्मेट का अर्थ है 

हमें जो काम आज और अभी करना है किसी काम को हम थोड़ा आराम से भी कर सकते हैं हम इसेए बी और सीमें डिमेंट डिवाइड करेंगे। 

बहुत जरूरी काम है जिसे हमें अभी करना है

लंच ब्रेकफास्ट डिनर तैयार करना अपना ऑफिस का काम यह ऐसे काम है जो बहुत जरूरी है और जिनके लिए हमें समय निर्धारित करना बहुत आवश्यक है।

बी

थोड़ी देर में कर सकते हैं।

कपड़े धोना, घर की डस्टिंग करना पेड़ पौधों में पानी डालना। यह काम जरूरी है पर इन्हें हम थोड़ी देर में भी कर सकते हैं या अपने समय के अनुसार एक-दो दिन बाद भी कर सकते हैं।

सी

कर सकते हैं पर आज करना जरूरी नहीं है।

शॉपिंग करना, अपनी अलमारी सेट करना। खाने के लिए कुछ डिफरेंट बनाना।

डी

 जरूरी नहीं है पर हमें करना पसंद है जैसे मोबाइल पर रील देखना। सोशल मीडिया प्रयोग करना। दोस्तों से मिलना। 

समय निर्धारित करें 

काम को करने का एक टाइम चक्र बनाएं। उस काम को उसी समय पर करें इससे आपका काम टलेगा नहीं ।आप चाहे तो एक रिमाइंडर भी सेट कर सकते हैं जिससे उस काम को आप उस समय पूरा कर पाए। 

काम को पूरा होने पर बनाए चेकलिस्ट

अब सबसे लास्ट में आपको एक अंतिम बिंदु बनाना है कि आपका काम पूरा हो चुका है। आप इसे टिक कर सकते हैं। इससे आपको सेटिस्फेक्शन रहेगा कि आपने अपने काम को सही समय पर पूरा कर लिया है। रोजाना कुछ नया जोड़े और पुराने को हटाए। कोशिश करें कि एक दिन पहले रात में ही अपनी अगले दिन के लिए टू डू लिस्ट बना ले। अपने कामों की लिस्ट अधिक से अधिक मत रखिए। काम कम कीजिए पर पूरा काम कीजिए। लिस्ट में अपने लिए भी समय निकालिए और हर काम के बाद एक नया मीटाइम अवश्य रखिए इससे आप खुद को एनर्जेटिक और प्रोत्साहित महसूस करेंगे।

 क्या फायदा होता है टू लिस्ट से 

जब आप रोज का काम रोज हीं कर लेते हैं तो आपके काम सिस्टमैटिक होने लगते हैं। कोशिश करके देखिए आप देखेंगे कि आप सिस्टमैटिक हो रहे हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments