जापान में 2022 के बाद पहली बार सुनाई गई मौत की सजा, जापान में 2022 के बाद पहली बार मौत की सजा सुनाई गई है। यह सजा ताकाहीरो शिराइशी नामक व्यक्ति को मिली है। ताकाहीरो शिराइशी ने 2017 में ट्विटर के द्वारा आठ महिलाओं से संपर्क साध कर उनकी हत्या की थी ताकाहीरो शिराइशी ने एक पुरुष की भी हत्या की थी। उसने पहले सभी महिलाओं का गला दबाया और फिर बाद में उनके शवों को टुकड़ों में काट दिया था।
आज 27 जून को ताकाहिरो शिराइशी को दी गई फांसी
आज सुबह टोक्यो में एक्सटेंशन हाउस में उसे फांसी की सजा मिली। वो 3 साल से शून्य एग्जीक्यूशन में था। इससे पहले फांसी 26 जुलाई 2022 को टोक्यो के अखिहाबारा हमले के दोषी तमु हीरो काटो को मिली थी। जापान में अभी 105 से 107 कैदी मृत्यु दंड की प्रतीक्षा में है।
ताकाहिरो शिराइशी ने ट्विटर से महिलाओं से संपर्क कर उनकी हत्या की थी
ताकाहिरो शिराइशी ट्विटर पर मरने की इच्छुक महिलाओं को अपने घर बुलाता था और उनसे कहता था कि वो उनकी आत्महत्या करने में मदद कर सकता है। कुछ मामलों में उसने महिलाओं से साथ में आत्महत्या करने के विषय में भी कहा था। ताकाहिरो शिराइशी ने अगस्त से अक्टूबर 2017 के मध्य में 15 से 26 वर्ष की 8 महिलाओं की हत्या की। उसने 1पुरुष की भी हत्या की। उन सभी का पहले उसने गला दबाया और फिर उनके शवों के टुकड़े कर दिए।
कातिल का पता कैसे लगा?
जापान में जब पुलिस एक गुमशुदा महिला की तलाश कर रही थी तो शिराइशी के घर से शव के कुछ टुकड़े मिले। एक 23 वर्ष की महिला की तलाश में जब उसके भाई ने उसके ट्विटर एकाउंट पर छान-बीन की तो एक संदिग्ध हैंडल को देखने के बाद पुलिस को खबर की। पुलिस 31 अक्टूबर 2017 को उसके घर पहुंची।
पुलिस को मिले कूलर और औजारों के बक्सों में 9 सर और हाथ पैरों की हड्डियां
पुलिस और मीडिया ने इसे एक भयानक घर कहा क्योंकि पुलिस को मिले कूलर और औजारों के बक्सों में 9 सर और हाथ पैर की हड्डियां।
शिराइशी ने कैसे की हत्यायें?
शिराइशी ने सोशल मीडिया वेबसाइट ट्विटर के जरिए इन महिलाओं से संपर्क किया। पहले उनका रेप किया फिर उनका गला दबाकर उनकी हत्या की। बाद में उनके शवों के टुकड़े टुकड़े कर दिए। 9 महिलाओं में से एक महिला का पुरुष मित्र जब उसके बारे में ढूंढता हुआ शिराइशी के घर पहुंचा तो शिराइशी ने उसका भी गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
शिराइशी के वकीलों का कहना मृतकों की सहमति से की गई उनकी हत्या अतः शिराइशी हत्या के कम गंभीर आरोप का दोषी
शिराइशी के वकीलों ने दावा किया कि उसने मृतकों की सहमति से उनकी हत्या की थी इसलिए शिराइशी कम सजा का दोषी है। लेकिन शिराइशी ने अपने बचाव दल के बयान पर विवाद करते हुए कहा कि उसने मृतकों की हत्या बिना उनकी सहमति के की थी।
न्यायाधीश ने इस अपराध को बताया क्रूरतम और धूर्तता पूर्ण
न्यायाधीश ने इस अपराध को क्रूरतम और धूर्तता पूर्ण बताया और अपराधी को इस अपराध के लिए पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया। न्यायाधीश ने कहा की नौ पीड़ितों में किसी ने भी मारे जाने की सहमति नहीं दी थी यहां तक की मौन सहमति भी नहीं दी थी।
जापान में इस मामले का क्या प्रभाव पड़ा है
जापान में क्वीन हत्याओं से पूरा जापान स्तब्ध रह गया है। इन हत्याओं से आत्महत्या पर विचार करने वालों की मदद करने के तरीके के विषय में एक नई बहस शुरू हो गई है। उन वेबसाइटों के विषय में भी बहस शुरू हो गई है जहां आत्महत्या पर चर्चा की जाती है। सरकार अब नए नियम लागू करेगी जिससे कि इन सोशल मीडिया एकाउंट्स पर लगाम कसी जा सके।
ट्विटर ने बदले हैं अपने नियम
इन नौ हत्याओं के बाद ट्विटर ने अपने नियमों में बदलाव किया है। ट्विटर ने कहा है कि उपयोगकर्ताओं को आत्महत्या या खुद को नुकसान पहुंचाने को बढ़ावा देने वाली किसी एक्टिविटी को प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए। ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने इसे बहुत दुखद बताया।
जापान है सबसे अधिक आत्महत्या वाले देशों में से एक
जापान इस समय सबसे ज्यादा आत्महत्या दर वाले देश में से एक बन चुका है कोरोना वायरस महामारी के बाद फिर से आत्महत्या की दर बढी हैं।