कनाडा की उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्री लैंड ने सोमवार को अपना त्यागपत्र दे दिया है। प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो से उनके वैचारिक मतभेद चल रहे थे। उसी दिन शाम को उप प्रधानमंत्री वित्त मंत्रालय की आर्थिक अपडेट जारी करने वाली थी।
क्या है मतभेद प्रधानमंत्री और उप प्रधानमंत्री में
प्रधानमंत्री टुडो और उपप्रधानमंत्री क्रिस्टीया में अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के कनाडा पर ट्रैरिफ लगाए जाने के विषय में मतभेद चल रहे थे। कहां जा रहा है की तुङो वित्त मंत्री से वित्त मंत्रालय की जगह किसी और मंत्रालय को अपने पासरखने की पेशकश कर रहे थे। जिसे उप प्रधानमंत्री ने ना मंजूर कर दिया था। प्रधानमंत्री टुडे को उप प्रधानमंत्री के इस्तिफे का जरा भी अंदाजा नहीं था। वहीं उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया के इस्तीफा से प्रधानमंत्री टुडो मुश्किलों में आ गए हैं।
कैसा है टुडो का कार्यकाल
प्रधानमंत्री टुडे कनाडा में अल्पमत की सरकार चला रहे हैं। इस कदम के बाद उनके समर्थन और कम होने की उम्मीदें हैं। कंजरवेटिव पार्टी के नेता पीएर पाॅली वेयर उनसे 20% अंकों से आगे चल रहे हैं। कहां जा रहा है कि जब पहली बार टुडो प्रधानमंत्री बने थे तो उन्हें पसंद करने वाले लोगों का प्रतिशत 63 था। अब उन्हें पसंद करने वालों का दर घट कर 29 प्रतिशत रह गया है।
उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया ने अपने त्यागपत्र में लिखी अपने पद छोड़ने की वजह
उप प्रधानमंत्री ने लिखा कि प्रधानमंत्री टुडो उन्हें पहले ही बता चुके थे कि वह उन्हें वित्त मंत्रालय के पद से हटा रहे हैं। वह उन्हें किसी और मंत्रालय को देने के विषय में बात भी कर रहे थे लेकिन कौन सा मंत्रालय उन्हें दिया जाएगा इसके विषय में उन्होंने कोई जानकारी उप प्रधानमंत्री को नहीं दी थी। इसीलिए उप प्रधानमंत्री लिखती हैं कि उन्हें त्यागपत्र देना पड़ा। उप प्रधानमंत्री ने अपने त्यागपत्र में लिखा कि प्रधानमंत्री टुडो अब उनका भरोसा नहीं करते और न हीं उन अधिकारों के योग्य समझते हैं जो कि इस पद के साथ अपने आप मिलते हैं। ऐसी परिस्थितियों में उनका इस पद को संभालने का कोई औचित्य समझ नहीं आता इसलिए वह अपना त्यागपत्र दे रही हैं। साथ ही साथ उप प्रधानमंत्री ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की कनाडा की टैरिफ नीति के विषय में भी उनके और जस्टिन ट्रूडो के विचारों में असहमति थी। उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखित त्यागपत्र में कहा “आज हमारा देश गंभीर चुनौती का सामना कर रहा है आप और मैं कनाडा के लिए सर्वोत्तम रास्ते के बारे में सोचने पर खुद को असहमत पाते हैं “यह बात उन्होंनेआयात पर ट्रंप के 25% टैरिफ लगाने की घोषणा के विषय में कहीं ।यह भी एक वजह उनके त्यागपत्र देने की रही है। उप प्रधानमंत्री ने ट्रंप की टैरिफ धमकी पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ हमारे संबंध और बिगड़ सकते हैं अगर हमने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया ।
टूडो के लिए बड़ी मुश्किलें
उप प्रधानमंत्री के इस्तीफा देने से प्रधानमंत्री टुडे की मुश्किलें बढ़ गई है। उनकी लगातार लोकप्रियता कम हो रही है। जिससे टूडो के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही है। उनके इस्तीफे की मांग भी विपक्ष से उठने लगी है पहले ही टुडो अल्पमत की सरकार चला रहे हैं। कंजरवेटिव पार्टी के नेता भी उनसे त्यागपत्र की मांग कर रहे हैं। कंजरवेटिव पार्टी चुनावों में उन की पार्टी से 20% वोटों सेआगे चल रही थी।
सारांश
कनाडा की उप प्रधानमंत्री के त्यागपत्र से उनके और प्रधानमंत्री टुडे के संबंधों में कड़वाहट की स्थिति तो सामने आ ही गई है। साथ ही साथ प्रधानमंत्री टुडो की प्रशासन पर पकड़ भी कमजोर होती जा रही है। उनकी लोकप्रियता में भी कमी हो रही है। उनके अपनी पार्टी के साथ वैचारिक मतभेद भी सामने आ रहे हैं । पक्ष व विपक्ष दोनों ही उनके विपक्ष में खड़े होते दिखाई दे रहे हैं।