आज है बुद्ध पूर्णिमा वैशाख के महीने में होने के कारण इसे वैशाख पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु मां लक्ष्मी की की जाती है पूजा। इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था इसलिए उनकी पूजा भी की जाती है। वैशाख पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की भी पूजा की जाती है।
क्या महत्व है बुद्ध पूर्णिमा का
वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। आज के दिन वैशाख की पूर्णिमा के दिन गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। हर पूर्णिमा के दिन को भगवान विष्णु मां लक्ष्मी के नाम समर्पित किया जाता है इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। वैशाख पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की भी पूजा की जाती है।
क्या करें वैसाख पूर्णिमा के दिन
वैशाख पूर्णिमा के दिन व्रत पूजा और दान किया जाता है। पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु के विष्णु सहस्त्रनाम और गजेंद्र मोक्ष का पाठ किया जाता है। इस दिन पीपल के पेड़ की भी पूजा की जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा घर की सुख शांति के लिए की जाती है और मां लक्ष्मी की पूजा धन और वैभव के लिए की जाती है। मानसिक शांति और सकारात्मक के लिए चंद्रमा की पूजा की जाती है।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन बोधि वृक्ष के नीचे गौतम बुद्ध का हुआ था ज्ञान प्राप्त
वैशाख शुक्ल पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। कहां जाता है की बुद्ध पूर्णिमा के दिन बोधि वृक्ष के नीचे गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। यह बोधि वृक्ष बोधगया में है। इस दिन बोधि वृक्ष की पूजा की जाती है दुनिया भर से बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग इस दिन बोधगया आते हैं। बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध का जन्म भी हुआ था और उनका निर्वाण भी हुआ था इसलिए दिन को भगवान बुद्ध की जयंती और निर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
क्या ना करें वैशाख पूर्णिमा के दिन
वैशाख पूर्णिमा के दिन मांसाहार का मदिरा का सेवन न करें। इस दिन महालक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है इसलिए काले रंग के वस्त्र न धारण करें।इस दिन बाल ना कटवाए।
वैशाख पूर्णिमा के दिन करें दीपदान
घर के मंदिर में तो दिया हम सुबह-शाम जलाते ही हैं लेकिन पूर्णिमा के दिन अपने मंदिर में अवश्य दिया जलाएं।
वैसे तो रोज ही तुलसी के समीप दिया जलाना अति शुभ होता है लेकिन वैशाख पूर्णिमा के दिन तुलसी के पौधे के आस पास दिया अवश्य जलाना चाहिए। अपने मुख्य दरवाजे के पास भी दिया अवश्य जलाएं। अगर हो सके तो पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दिया अवश्य जलाएं। किसी जल के स्रोत के पास दिया अवश्य जलाएं अगर आपके आसपास कोई जल का स्रोत नहीं है तो अपने पानी के घड़े के पास दिया अवश्य जलाएं। रसोई घर में दिया जलाएं, पूर्णिमा के दिन रसोई घर में दिया जलाना विशेष फलदाई होता है इससे घर में अन्न व धन धान्य की बरक्कत रहती है। गौशाला में दिया अवश्य जलाएं,अपने घर की गौशाला में घर के आसपास की गौशाला में दिया अवश्य जलाएं
अगर आपका चंद्रमा है भारी तो करें ये उपाय
भगवान शंकर की पूजा पूर्णिमा के दिन करना विशेष फलदायक होता है।इस बार तो पूर्णिमा सोमवार के दिन पड़ी है जो कि भगवान शंकर की पूजा के लिए समर्पित दिन है। इस दिन भगवान शंकर का व्रत रख सकें तो बहुत शुभ है । अगर व्रत न भी रख सकें तो भगवान शंकर की पूजा और नाम जप अवश्य करें।
सफेद मोती पहनें
अपनी राशि में चंद्रमा के फलदायक परिणामों के पूर्णिमा के दिन सफेद मोती अवश्य धारण करें। पूर्णिमा के दिन सफेद मोती धारण करने से आपको मानसिक शांति मिलती है और तनाव दूर होता है।
पूर्णिमा के दिन दान करें सफेद वस्तुओं को
पूर्णिमा के दिन सफेद वस्तुओं का दान विशेष फलदायक होता है। मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाकर दान करना भी विशेष फलदायक होता है। मां लक्ष्मी आपको संपन्नता और समृद्धि प्रदान करतीं हैं। पूर्णिमा के दिन पानी से भरा मिट्टी का घड़ा अवश्य दान करें।