अमेरिका और इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर पावर प्लांट कार्यक्रम का विरोध करने के लिए अपनी मीटिंग्स की रणनीतियां बना कर उनके इम्पलिमेंटेशन की तैयारियां शुरू ही की थी।इतने में ईरान ने अपना न्यूक्लियर पावर प्लांट फिर से शुरू भी कर दिया। ईरान के न्यूक्लियर पावर प्लांट में काफी वर्षों से काम चल रहा है।
नवंबर 2019 में रूस की मदद से ईरान में न्यूक्लियर पावर प्लांट प्रोजेक्ट की यूनिट्स लगाई गई तभी से यूरोपीय देशों ने इसका विरोध किया।अब बुशहर में ईरान तीसरा न्यूक्लियर पावर प्लांट प्रोजेक्ट शुरू कर रहा है। ईरान काफी समय से विश्व से छिपाकर यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम भी चला रहा है।
ईरान ने फिर से शुरू किया अपना न्यूक्लियर पावर प्लांट
अमेरिका और इजरायल ईरान के न्यूक्लियर पावर प्लांट को रोकने की योजना बना ही रहे थे। इतने में ईरान ने अपना न्यूक्लियर पावर प्लांट फिर से शुरू कर दिया। ईरान ने अपना बुशहर न्यूक्लियर पावर प्लांट फ़िर से शुरू कर दिया है। ईरान का यह न्यूक्लियर पावर प्लांट 22 जून से फिर से बिजली बनाना शुरू कर देगा।
ईरान का कहना यह न्यूक्लियर पावर प्लांटउनकी राष्ट्रीय आवश्यकता
ईरान का कहना है कि यह न्यूक्लियर पावर प्लांट उनकी राष्ट्रीय आवश्यकता है। इस प्लांट में एक डिसालिनेशन यूनिट भी तैयार की है।इस परियोजना से उनकी ईधन की आवश्यकता पूरी होगी। ईरान का कहना है कि यह न्यूक्लियर पावर प्लांट उनके देश की उर्जा आवश्यकता के लिए बहुत जरूरी है।
न्यूक्लियर पावर प्लांट फिर से शुरू होने के लिए तैयार
ईरान के बुशहर न्यूक्लियर पावर प्लांट के प्रमुख रजा बानदेह ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर इस विषय में जानकारी दी। रजा बानदेह का कहना है कि इस न्यूक्लियर पावर प्लांट में ईंधन लोडिंग और तैयारी की पूरी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। और यह पावर प्लांट फिर से ऑपरेशन के लिए 22 जून से शुरू हो जायेगा। उर्जा मंत्रालय के शेड्यूल के अनुसार यह प्रोजेक्ट शुरू हो जायेगा।
इससे बिजली का उत्पादन ज्लदी ही शुरू हो जायेगा।रजा बानदेह ने कहा कि यह न्यूक्लियर पावर प्लांट प्रोजेक्ट हमारे देश की प्राथमिक जरूरत है और इसे हम हर हाल में प्राथमिकता देंगे।
ईरान ने इस न्यूक्लियर पावर प्लांट को शुरू कर दिया विश्व को पीछे न हटने का संदेश
ईरान ने इस न्यूक्लियर पावर प्लांट को शुरू कर एक तरह से विश्व को यह संदेश दिया है कि वह अपने उद्देश्य से पीछे नहीं हटेगा। अमेरिका और इजरायल बार बार ईरान को परमाणु पावर प्रोजक्ट को बंद करने कै लिए चेतावनी दे रहै हैं। इन देशों को लगता है कि ईरान परमाणु ऊर्जा की जगह परमाणु हथियार बनाने के प्रयास कर सकता है।
वहीं ईरान लगातार अपनी बात पर अडिग है कि उसका यह न्यूक्लियर पावर प्लांट ईरान की बिजली की आवश्यकता की पूर्ति के लिए लगाया जा रहा है।
बढ़ सकती हैं ईरान और अमेरिका के बीच खाई
ईरान के इस कदम से अमेरिका और अन्य यूरोपीय देश ईरान के विरोध में खड़े हो सकते हैं। क्योंकि अमेरिका और इजरायल लगातार ईरान को परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाने से रोकने के लिए मीटिंग कर रहे थे पर ईरान ने बिना किसी की परवाह किए अपना न्यूक्लियर पावर प्लांट शुरू कर दिया है। ईरान ने दुनिया को यह दिखा दिया है कि अब वह किसी की परवाह किए बगैर वो करेगा जो उसे सही लगेगा।
संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा एजेंसियों का कहना न्यूक्लियर पावर प्लांट बनाने के बेहद क़रीब ईरान
संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि ईरान ने न्यूक्लियर बम बनाने के लिए प्रयोग होने वाले शुद्ध यूरेनियम का भंडारण शुरू कर दिया है। इजरायल का कहना है कि ईरान न्यूक्लियर पावर प्लांट बनाने के बेहद क़रीब है जबकि ईरान इस जानकारी को ग़लत बता रहा है।