चीन बढ़ा रहा है लगातार अपनी परमाणु शक्ति , SIPRI स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट का दावा, अब चीन भी बढ़ा रहा है परमाणु शक्ति SIPRI स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट का दावा , अभी ईरान और इजरायल में युद्ध चल ही रहा है, भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होते-होते रुका है
ऐसे में SIPRI स्टॉक हम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें चीन के परमाणु शक्ति बढ़ाने के विषय में दावा हुआ है।
चीन बढ़ा रहा है लगातार अपनी परमाणु शक्ति , SIPRI स्टॉकहोमइंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूटका दावा
चीन के विषय में विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि वह कुछ सालों से अपनी परमाणु शक्ति लगातार बढ़ा रहा है अभी भी चीन के पास कम परमाणु हथियार नहीं है लेकिन आने वाले सालों में इन हथियारों की संख्या हजारों से अधिक हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी थिंक टैंक एजेंसी SIPRI ने यह आंकड़े जारी किए हैं।
SIPRI की रिपोर्ट से पता चला है कि चीन ने 2023 और 2024 में अपनी परमाणु संख्या की कड़ी में 100 नये परमाणु हथियारों को जोड़ा है
क्या है SIPRI स्टॉकहोमइंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट
सीपरी स्टॉकहोमइंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूटहै जहां अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति और दुनिया के अलग-अलग देशों के पास मौजूद हथियारों को लेकर रिपोर्ट तैयार की जाती है। SIPRI स्टॉकहोमइंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूटहै जिसने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति और दुनिया के अलग-अलग देशों के पास मौजूद हथियारों को लेकर अपनी वार्षिक रिपोर्ट की सूची जारी की है।
उन्होंने अपनी रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया की दुनिया में परमाणु हथियारों की रेस लगातार बढ़ती जा रही है और यह खतरनाक रूप ले रही है। आने वाले दिनों में यह स्थिति और भयानक हो सकती है।
SIPRI स्टॉकहोमइंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूटके डायरेक्टर डैन स्मिथ ने जारी की चेतावनी
SIPRI स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डैन स्मिथ ने परमाणु हथियारों पर नियंत्रण और हथियारों की इस रस पर लगाम लगाने के लिए एक चेतावनी जारी की।
SIPRI स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की जांच में क्या पता चला है?
SIPRI की जांच में पता चला है कि परमाणु शक्तियों से लैस 9 देशों में 2024 में परमाणु कार्यक्रम जारी रहे। अमेरिका, रूस, ब्रिटेन फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और इजरायल इन 9 देशों में परमाणु कार्यक्रम लगातार चल रहे हैं। यह सभी देश अपने परमाणु हथियारों को और बेहतर करने में लगे हुए हैं।
चीन इस समय दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में तेजी से परमाणु हथियार बन रहा है।आने वाले कुछ समय में चीन के पास भी रूस और अमेरिका के बराबर ही परमाणु हथियार होंगे।
SIPRI का कहना कि चीन के पास होंगे 2035 तक 1500 से अधिक वारहेड्स
SIPRI ने दावा किया कि चीन में परमाणु हथियारों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। SIPRI ने अपनी वर्ष 2025 की रिपोर्ट में यह दावा किया। चीन के पास इस दशक के अंत तक रूस या अमेरिका के बराबर ही वारहेड्स हो सकते हैं। 2035 तक 1500 परमाणु हथियारों की अधिकतम अनुमानित संख्या चीन के पास होगी।
हालांकि अभी भी चीन के पास रूस और अमेरिका के पास मौजूद परमाणु हथियारों की संख्या का एक तिहाई ही 2035 तक होगा।
रूस और अमेरिका के पास है कितनी परमाणु शक्ति ?
रूस और अमेरिका के पास इस समय काफी अधिक परमाणु शक्ति है। हालांकि अभी भी सबसे अधिक परमाणु हथियार रूस के पास है। रूस के पास इस समय 5459 परमाणु हथियार है। अमेरिका के पास इस समय 5177 परमाणु हथियार है। SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार रूस और अमेरिका के पास कुल मिलाकर दुनिया के परमाणु हथियारों का लगभग 90% हिस्सा है।
इजरायल के पास इस समय 90 परमाणु हथियार है उत्तरी कोरिया के पास इस समय 40 से 50 न्यूक्लियर हथियार है।
SIPRI की रिपोर्ट में भारत के परमाणु हथियारों के विषय में क्या कहा गया ?
SIPRI की रिपोर्ट में भारत के परमाणु हथियारों के विषय में दावा किया गया कि भारत में 2024 में परमाणु हथियारों में थोड़ा विस्तार किया है। भारत नई तरह की परमाणु शक्ति को विकसित करने पर काम कर रहा है। पाकिस्तान भी 2024 में नए डिलीवरी सिस्टम को विकसित करने में लगा हुआ है।
निष्कर्ष
SIPRI स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट ने विश्व के सभी देशों को परमाणु हथियारों पर नियंत्रण करने के लिए चेतावनी दी।