अगर आप रात में देर से सोते हैं तो हो सकते हैं आप अनिद्रा समेत कई बीमारियों के शिकार तो सो जाएं जल्दी ,अगर आपको भी देर रात तक जाकर अपने काम निपटाने की, टीवी देखने की आदत है तो अपनी आदत को जल्दी ही बदल डालिए नहीं तो यह आदत आपको बीमार कर सकती है। जानें देर तक जागने के क्या है नुकसान
देर रात तक जागना आपको मानसिक रूप से कर सकता है बीमार
अगर आप देर रात तक जागते हैं तो आपको मानसिक स्वास्थ्य कमजोर होने लगता है आप तनावग्रस्त रहने लगते हैं और किसी भी मुद्दे पर फैसला लेने में आपको समय लगता है। आपको डिप्रेशन, एंजाइटी होने लगती है।
आप हो सकते हैं हार्ट अटैक डायबिटीज मोटापे के शिकार
अगर आप देर रात तक जागते हैं तो आपको दिल की बीमारियां घेर सकती हैं। आप चिड़चिड़े हो सकते हैं। आपको थकान रह सकती है।
देर रात तक जागने से हो सकता है तनाव
अगर आप देर रात तक जागते हैं तो आपको तनाव रह सकता है क्योंकि देर रात तक जागने से कॉर्टिसोल नामक तनाव हार्मोन का स्तर बढ़ता है। कार्टिसोल आपकी नींद आपके मूड के स्तर को असंतुलित करता है। अगर आप जल्दी सोते हैं तो आपके शरीर में कोर्टिसोल का स्तर सामान्य रहता है आपको नींद अच्छी आती है जिससे आपको सुकून और शांति का एहसास होता है।
देर रात तक जागने से हो सकता है आपके शरीर का बॉडी क्लॉक खराब
हमारे शरीर में एक बायोलॉजिकल क्लॉक है जिसके अनुसार हमारा शरीर काम करता है। अगर हम देर रात तक जागते हैं तो हमारे शरीर का बायोलॉजिकल क्लॉक बिगड़ने लगता है हमारे दिमाग और हमारे शरीर में संतुलन नहीं रहता। हम जल्दी थकने लगते हैं।
देर रात तक जागना मोटापा बढ़ने की भी एक वजह होता है
अगर आप देर तक जागते हैं तो आप आपका शरीर अपना पाचन सक्रिय रूप से नहीं कर पाता। जब आप बिस्तर पर होते हैं तो आपका शरीर पूर्ण रूप से पाचन पर ध्यान केंद्रित करता है और आपका पाचन सुचारू होता है। अगर आप रात देर रात तक जागते हैं तो आप मिडनाइट स्नैकिंग भी अवश्य करते हैं जिसके कारण हमारा मेटाबॉलिक रेट कम होने लगता है और हमारे शरीर में फैट जमा होने लगता है जिसके कारण मोटापा बढ़ता है।
देर रात तक जागने से होती है दिल की समस्या
अगर हम देर रात तक जागते हैं तो हमें तनाव, चिंता, थकान होने लगती है जिसके कारण हमें दिल की समस्याएं होने लगती हैं। हमें हाई बीपी रहने लगता है मोटापे के कारण व हमारा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण भी हमें दिल की समस्या होने लगती है।
देर रात तक जागना कम करता है आपकी एकाग्रता को
अगर आप देर रात तक जागते हैं तो आपकी एकाग्रता कम होती है। आपका ध्यान जल्दी ही इधर उधर भटकने लगता है।किसी काम में आपका मन नहीं लगता आप किसी भी काम को ठीक से नहीं कर पाते क्योंकि नींद पूरी न होने के कारण आपकी मस्तिष्क की कार्य क्षमता घट जाती है।
कैसी हो अच्छी नींद
सोने का एक निश्चित समय डिसाइड करें
आपको कम से कम 5 और अधिकतम 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है। कोशिश करें की अपनी नींद ना तो 5 घंटे से कम की करें और नहीं 8 घंटे से ज्यादा की अगर आप रात को 10:00 बजे सोते हैं तो सुबह 5:00 बजे तक उठ जाए। सोने से कम से कम 1 घंटे पहले इलेक्ट्रॉनिक आइटम टीवी, मोबाइल, लैपटॉप अपने पास से हटा लें। इनसे निकलने वाली ब्लू वेव्स आपकी नींद को डिस्टर्ब करती है।
अच्छी नींद के लिए बेड टाइम रूटीन करें फोलो
रात को खाना 3 घंटे पहले ले। रात का खाना हल्का ही रखें। रात को सोने से पहले थोड़ा सा प्राणायाम और ध्यान कर लें। हो सके तो खाने के बाद कुछ कदम पैदल जरूर चले। सोने से पहले चाय कॉफी का सेवन न करें। अपने बेडरूम को शांत अंधेरे और आरामदायक कमरे में बदले। सोने से पहले अपने कमरे का तापमान कम करें सोते समय आपके कमरे का तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।
सोने से पहले एक कप गर्म दूध पिये। सोने से पहले एक किताब अवश्य पढ़ें। किताब आपको एकाग्रचित करेगी और शांति प्रदान करेगी। ऐसी ही किताबें पढ़ें जिनसे आपको कुछ मोटिवेशन मिलें। सोने से पहले गर्म पानी से स्नान करें। विटामिन डी और विटामिन b12 की कमी से भी नींद नहीं आती। अपने भोजन में पौष्टिक तत्व की मात्रा अधिक करें जंक फूड कम से कम करें।