कश्मीर में पहलगाम अटैक के बाद भारत के कड़े कदमों को देखते हुए पाकिस्तान को लगा था कि भारत पाकिस्तान पर अटैक कर सकता है ऐसे में पाकिस्तान ने तुरंत ही यूएनएसयूसी की मीटिंग बुलाने की सिफारिश की थी पाकिस्तान चाहता था की सिक्योरिटी काउंसिल भारत से शांति स्थापित करने की अपील करें।यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक कल सोमवार देर रात तक चली। इस बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच तनाव कम करना था यूनाइटेड नेशन्स की सुरक्षा परिषद ने भारत, पाकिस्तान से संयम स्थापित करने की अपील की।इस बैठक के संबंध में पाकिस्तान का कहना है कि उसका मकसद पूरा हुआ।
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव ने कहा सैन्य समाधान कोई समाधान नहीं
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने भारत और पाकिस्तान के बिगड़ते संबंधों के बीच चिंता व्यक्त करते हुए कहा की दोनों देशों को अधिक संयम बरतने की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव का कहना है कि दोनों देश कूटनीति को बढ़ावा दें और शांति के प्रति नए सिरे से प्रतिबद्धता को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा तनाव हाल के वर्षों में सबसे अधिक है और हालात खतरनाक मोड़ पर पहुंच रहे हैं।
यूनाइटेड नेशन ने की भारत पाकिस्तान से संयम स्थापित करने की अपील
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव को लेकर चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने कहा की सैन्य समाधान को समाधान नहीं है उन्होंने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने में सहयोग करने की पेशकश की। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने दोनों सरकारों को अपने ऑफिस में मीटिंग की पेशकश की।
उनका कहना था कि संयुक्त राष्ट्र किसी भी ऐसे पहल का समर्थन करने के लिए तैयार है जिससे स्थिति सुधरे। उन्होंने कहा, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कई वर्षों से अपनी चरम पर है मैं दोनों देशों की सरकारें व लोगों के प्रति गहरी प्रशंसा करता हूं और संयुक्त राष्ट्र के कार्यों में उनके अहम योगदान के लिए आभारी हूं।
पाकिस्तान ने क्या कहा गया? यूनाइटेड नेशंस सुरक्षा परिषद में
पाकिस्तान के राजदूत असीम इफ्तिखार ने यूनाइटेड नेशन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान खुद चाहता था कि यह मीटिंग हो जिससे साउथ एशिया में हो रहा है तनाव को दूर किया जा सके।
पाकिस्तान ने की थी यूएनएसयूसी की मीटिंग बुलाने की सिफारिश
पाकिस्तान के स्थाई स्थाई प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने एक प्रेस वार्ता की और उन्होंने दावा किया किया कि यह चर्चा पाकिस्तान के अधिकतर उद्देश्यों को पूरा करने में सफल रही है। इफ्तिखार अहमद ने कहा कि पाकिस्तान अमन का पक्षधर है और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है।
जम्मू कश्मीर पर यूएनएससी में पाकिस्तान ने की चर्चा
इफ्तिखार अहमद ने कहा कि कई सुरक्षा परिषद के सदस्य इस बात पर तैयार थे कि तमाम मुद्दों को शांति से हल किया जाना चाहिए। यूएनएससी के प्रस्ताव और कश्मीरी अवाम की मर्जी के मुताबिक इसमें कश्मीर का मुद्दा भी शामिल है। असीम इफ्तिखार अहमद ने कहा पाकिस्तान तकरार नहीं चाहता लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की हिफाजत के लिए पूरी तरह से तैयार है।
सिंधु समझौते पर इफ्तिखार अहमद ने कहा नदियां अपनी जिंदगी है हथियार नहीं। यह नदियां 24 करोड़ पाकिस्तानियों की जरूरतें पूरी करती हैं। अगर उनके बहने को बाधित किया गया तो यह सीधी आक्रामकता होगी जो हर निम्न प्रवाहित देश के लिए खतरा बन सकती है।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने पाकिस्तान पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान के झूठ के दावे को स्वीकार करने से किया इनकार
संयुक्त राष्ट्र संघ ने पाकिस्तान के पहलगाम हमने को लेकर फैलाये गए झूठ यानी कि भारत ने ही यह हमला करवाया था इसको मानने से इनकार कर दिया संयुक्त राष्ट्र संघ ने पाकिस्तान से ही सवाल पूछा क्या हमले के पीछे लश्करे तैयबा के होने की संभावना है?
कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान की राजनीति भी रही असफल
कश्मीर मुद्दे को पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाना चाहता है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में कहा कि कश्मीर का मुद्दा कश्मीरी अवाम की मर्जी के अनुसार सुलझाना चाहिए। इस पर संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद ने भारत के साथ बैठकर पाकिस्तान को अपने द्विपक्षीय रूप से मुद्दों को सुलझाने की सलाह दी।