कल बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में एक प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। निफ्टी 50 के सभी शेयर कल लाल निशान पर बंद हुए। बॉर्डर मार्केट में भी 1% की गिरावट देखी गई। बीएसई मिड और लार्ज कैप इंडेक्स में भी गिरावट देखी गई। स्मॉल कैप इंडेक्स निकाल 1.3% की गिरावट देखेगी इस सप्ताह सेंसेक्स 1047.52 अंकों की गिरावट के साथ 79,454.47 पर बंद हुआ। निफ्टी आज 1.4% की गिरावट के साथ 338.7 अंक गिरकर 24.008 पर बंद हुआ।
कैसा रहा सेक्टोरल इंडेक्स
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी के रियल्टी इंडेक्स में 6.5% की गिरावट देखी गई। निफ्टी के बैंक पीएसयू इंडेक्स में 4.4 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। निफ्टी के बैंक, फार्मा, एनर्जी, ऑयल ऐंड गैस के इंडेक्स में दो प्रतिशत से भी अधिक की गिरावट देखी गई।
विदेशी संस्थागत निवेशक चौथे सप्ताह भी बने रहे नेट बायर
विदेशी संस्थागत निवेशकों FIILs ने की चौथे सप्ताहभी खरीदारी । वहीं देसी घरेलू निवेशकों ने 5,087.42 करोड रुपए के शेयर खरीदे। घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इस हफ्ते 10,450.96 करोड रुपए के इक्विटी शेयरों की खरीदारी की।
किस क्षेत्र में रही बढत
निफ्टी के ऑटो और मीडिया के क्षेत्र में एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त देखी गई।
बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स में देखी गई गिरावट
बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स में आई गिरावट , बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स में 1.3% की गिरावट देखी गई। केसोलव्स इंडिया, जेनसोल इंजीनियरिंग, के आर रेल इंजीनियरिंग, डिफरेंशियल इंडस्ट्री जिंदल इंडस्ट्री, सेंचुरी एनका इंडस्ट्री आदि इंडस्ट्रीज में 15 से 27% की गिरावट देखी गई।
टाइम्स ग्रुप ऑफ़ इंडिया केपीआर मिल फेज 3, ट्रांसपेरेंट इंडस्ट्री, आइडिया टेक्नोलॉजी, आरआर केबल सीसीएल प्रोडक्ट्स इंडिया, एसपी अपरैल्स में 20 से 36% की बढ़त देखी गई।
क्या कहना है विशेषज्ञों का
विशेषज्ञ का कहना है कि भारत पाकिस्तान युद्ध की संभावना के बीच ट्रेडर्स जोखिम उठाने से डर रहे थे इसके कारण ही इंडेक्स अपने हाल के कंसोलिडेशन जोन से भी नीचे आ गया। लेकिन निफ्टी अभी भी 24,000 से ऊपर टिकी रहने में सफल रहा है निफ्टी के 24000 से ऊपर रहने का कारण है निफ्टी को 21 द एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज ईमए के कारणसपोर्ट मिल रहा है।
कुछ लोग अपना फायदा उठाने के लिए शॉर्ट टर्म में इंटेक्स को निर्णायक रूप में 24,000 से नीचे रखने की कोशिश कर सकते हैं। अगर इंडेक्स 23,900 से नीचे आया तो बाजार में मंदी बढ़ सकती है अगर निफ्टी 24,000 से ऊपर आता है तो यह तत्कालरेजिस्टेंस के रूप में काम करेगा। जिसकेकारण सेंसेक्स इंडेक्स में सुधार की संभावना है।
बाजार कैसा रह सकता है आने वाले कल में
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते हुए तनाव को देखकर लग रहा है की निफ्टी आगे 23,800 से 23,600 के वीकली स्तर के आसपास रह सकता है अगर निफ्टी को चेंज इन पौलेरिटी के अनुसार सपोर्ट मिलता है तो निफ्टी फिर से ऊपर उछाल मार सकता है।
विशेषज्ञ कह रहे हैं कि चार हफ्ते की लगातार तेजी के बाद इस हफ्तेचार्ट पर कोई पारंपरिक पैटर्न ना बनना एक नेगेटिव संकेत है। अगर हम लॉन्ग टर्म चार्ट की बात करें तो यहां नीचे की और एक बड़ा निगेटिव पैटर्न बनता दिखाई दे रहा है इसलिए निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
विशेषज्ञों की क्या राय है निवेशकों के लिए
विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में इस समय अनिश्चितता रहेगी अगर लड़ाई लंबी चलेगी तो अनिश्चितता भी बढ़ेगी यह पूरा प्रकरण तब हुआ जब भारत आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा था इस पूरी घटना का आर्थिक साजिश की तरफ़ भी संकेत हो सकता है। ऐसे में ट्रेंड को यह समझना होगा कि अभी कोई नया ट्रेड नहीं मिलेगा। बाजार में लेवल बेस रणनीति काम नहीं करेगी इंट्रा-डे में कई नकली ब्रेक आउट या ब्रेकडाउन होंगे ऐसे में किसी भी बड़े मूव को नया ट्रेंड ना समझे
कोई भीओवरनाइट पोजीशन बिना हेज के ना लें। विशेषज्ञों का कहना है कि इंडेक्स के बजायशेयरों पर फोकस करें। अगर आप चाहे तो बास्केट ट्रेड कर सकते हैं और निफ्टी फुट से हेज करें। निवेशकों को अच्छे शेयरों की सूची बनानी है और गिरावट में खरीदारीकरनी है। पैनिक होकर अपनी अच्छे शेयर बेचने नहीं है लेकिन बिना रिसर्च के कोई नये शेयर भी नहीं लेने अगर निवेशक चाहे तो इस समयडिफेंस के शेयरों में अपना ध्यान लगा सकते हैं।