अक्षय तृतीया वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। साल 2025 में अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त शाम 29 अप्रैल 5:32 से 30 अप्रैल दोपहर 2: 12 तक रहेगा। उदय तिथि के कारण अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को मनाया जाएगी 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया पूरे दिन ही मनाई जाएगी।
अक्षय तृतीया के दिन कहा जाता हैआप जो भी काम करते हैं उसका लाखों गुना फल आपको मिलता है लोग आज के दिन घर खरीदना, अपने कारोबार, व्यापार का उद्घाटन करना शुभ मानते हैं। कुछ लोग सोने चांदी के जेवर भी खरीदते हैं। आज के दिन कोई भी शुभ काम करना, चाहे वह किसी का विवाह हो, कोई व्यापार शुरू करना हो, गृह प्रवेश करना, पितृ शांति के लिए ब्राह्मण भोज कराना, किया जा सकता है।
आज के दिन से सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है।अक्षय तृतीया के दिन दान का भी विशेष महत्व है। इसलिए इसे अक्षय तृतीया के नाम से जाना जाता है। यानी कि आप इस दिन कोई भी शुभ काम कर सकते हैं।कहा जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन सोना चांदी खरीदा जाए तो वह 100 गुना हो जाता है लेकिन सिर्फ सोना चांदी ही नहीं और भी बहुत कुछ ऐसा है जिसे खरीदना बहुत शुभ माना जाता है आईए जानते हैं हम अक्षय तृतीया के दिन क्या खरीद सकते हैं और कैसे कर सकते हैं अक्षय तृतीया की पूजा
अक्षय तृतीया की पूजा विधि का शुभ मुहूर्त
29 अप्रैल के दिन शाम 5,11से शुरू होगी। 30 अप्रैल को शुभ मुहूर्त सुबह 6:15 से दोपहर के 12:30 बजे तक रहेगा। अक्षय तृतीया के दिन राज केसरी, रवि योग, चतुर्ग्रही योग, सर्वार्थ सिद्धि और लक्ष्मी नारायण राज योग बन रहे हैं।आप अक्षय तृतीया की पूजा पूरे दिन कर सकते हैं।अक्षय तृतीया का पूरा दिन ही शुभ होता है इसलिए आप किसी भी समय पूजा कर सकते हैं लेकिन सुबह-सुबह और शाम के समय पूजा करना विशेष फलदाई होता है।
कैसे करें अक्षय तृतीया की पूजा
अक्षय तृतीया की पूजा सुबह 29 अप्रैल से आप किसी भी समय कर सकते हैं। सोने चांदी या खरीदारी खरीदने का शुभ समय शाम 5:31 से 30 अप्रैल को सुबह 5: 41मिनट तक का है। 30 अप्रैल को दोपहर 12.30 तक आप खरीदारी कर सकते हैं॔।नहा धोकर साफ वस्त्र पहनकर मां के सामने घी का दिया जलाएं फल, भोग रखें मां लक्ष्मी के श्री यंत्र की स्थापना करें। मां लक्ष्मी को फल व भोग का प्रसाद चढ़ाएं। मां लक्ष्मी को खीर, पंचामृत, पंजीरी का प्रसाद चढ़ाएं। पूजा के मंदिर में एक जल से भरा कलश स्थापित करें। मां लक्ष्मी के श्री सुक्तम, कनकधारा स्त्रोत का पाठ करें।
आज के दिन क्या-क्या खरीद सकते हैं।
आज की दिन खरीदे तांबे पीतल या मिट्टी का कलश
आज के दिन तांबे पीतल या मिट्टी का कलश खरीद सकते हैं।अक्षय तृतीया के दिन एक नया तांबे,पीतल या मिट्टी का जल से भरा कलश मंदिर में स्थापित करें। आप कर सके तो किसी प्याऊ में पानी से भरा हुआ मिट्टी का कलश दान कर दे। कहते हैं आज के दिन जो भी खरीदा जाए वह लाखों गुना हो जाता है। और जिसका दान किया जाता है वह तो आपको जन्म जन्मांतर का फल देता है। जल तो हम सबके जीवन का आधार है तो अगर आप जल से भरा कलश भगवान को समर्पित करेंगे तो हमारे पास धन-धान्य के साथ-साथ जल की भी प्रचुरता होगी।
खरीदे सोना या चांदी
आज के दिन चांदी सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है अगर आपके बजट में है तो आज के दिन सोना व चांदी अवश्य खरीदें।
खरीदे गेहूं, चावल, जौ, अनाज, धनिया
आज के दिन अनाज खरीदेंगे तो आपका घर धन धान्य से परिपूर्ण रहेगा। आज के दिन जौ खरीदना शुभ माना जाता है क्योंकि जौ को पृथ्वी का पहला अन्न कहा जाता है। जौ को भगवान विष्णु का प्रतीक भी माना जाता है। धनिया को भी मां लक्ष्मी का प्रिय बताया गया हैं।
आज के दिन खरीदे 11 कौड़ी, दक्षिणवर्ती शंख
मां लक्ष्मी क कौड़ी अत्यंत प्रिय है। महालक्ष्मी का जन्म समुद्र से हुआ था इसलिए दक्षिणवर्ती शंख को मां लक्ष्मी का भाई माना जाता है।आज के दिन मां लक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए दक्षिणवर्ती शंख और 11 कौड़ी खरीदकर भगवान के मंदिर में रखें। भगवान की पूजा अर्चना करें और अगले दिन सुबह नहाने के बाद दक्षिणवर्ती शंख को मंदिर में ही रहने दे और इन कौड़ीयों को अपनी तिजोरी में या जहां भी आप अपना धन रखते हैं वहां रखें।
मां लक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए आज के दिन खरीदे पीली सरसों,रूई, जलाएं अपने दरवाजे पर दिया
पीली सरसों समृद्धि का प्रतीक हैऔर रुई आपके तन को ढकने के लिए वस्त्र बनाने के काम में प्रयोग होती है। इसलिए आज के दिन अगर आप पीली सरसों, रुई खरीदते हैं तो आपके घर में समृद्धि की प्रचुरता रहती है। मां लक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए आज के दिन अपने दरवाजे पर दिया अवश्य जलाएं